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اُذِنَ لِلَّذِيْنَ يُقَاتَلُوْنَ بِاَنَّهُمْ ظُلِمُوْاۗ وَاِنَّ اللّٰهَ عَلٰى نَصْرِهِمْ لَقَدِيْرٌ ۙ  ( الحج: ٣٩ )

Permission is given
أُذِنَ
इजाज़त दे दी गई (जंग की)
to those who
لِلَّذِينَ
उनको जो
are being fought
يُقَٰتَلُونَ
जंग किए जाते हैं
because they
بِأَنَّهُمْ
क्योंकि वो
were wronged
ظُلِمُوا۟ۚ
ज़ुल्म किए गए हैं
And indeed
وَإِنَّ
और बेशक
Allah
ٱللَّهَ
अल्लाह
for
عَلَىٰ
उनकी मदद पर
their victory
نَصْرِهِمْ
उनकी मदद पर
(is) surely Able
لَقَدِيرٌ
अलबत्ता ख़ूब क़ुदरत रखने वाला है

Othina lillatheena yuqataloona biannahum thulimoo wainna Allaha 'ala nasrihim laqadeerun (al-Ḥajj 22:39)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

अनुमति दी गई उन लोगों को जिनके विरुद्ध युद्ध किया जा रहा है, क्योंकि उनपर ज़ुल्म किया गया - और निश्चय ही अल्लाह उनकी सहायता की पूरी सामर्थ्य रखता है। -

English Sahih:

Permission [to fight] has been given to those who are being fought, because they were wronged. And indeed, Allah is competent to give them victory. ([22] Al-Hajj : 39)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

जिन (मुसलमानों) से (कुफ्फ़ार) लड़ते थे चूँकि वह (बहुत) सताए गए उस वजह से उन्हें भी (जिहाद) की इजाज़त दे दी गई और खुदा तो उन लोगों की मदद पर यक़ीनन क़ादिर (वत वाना) है