وَالَّتِيْٓ اَحْصَنَتْ فَرْجَهَا فَنَفَخْنَا فِيْهَا مِنْ رُّوْحِنَا وَجَعَلْنٰهَا وَابْنَهَآ اٰيَةً لِّلْعٰلَمِيْنَ ( الأنبياء: ٩١ )
And she who
وَٱلَّتِىٓ
और उस औरत को
guarded
أَحْصَنَتْ
जिसने हिफ़ाज़त की
her chastity
فَرْجَهَا
अपनी शर्मगाह की
so We breathed
فَنَفَخْنَا
तो फूँक दिया हमने
into her
فِيهَا
उसमें
of
مِن
अपनी रूह से
Our Spirit
رُّوحِنَا
अपनी रूह से
and We made her
وَجَعَلْنَٰهَا
और बनाया हमने उसे
and her son
وَٱبْنَهَآ
और उसके बेटे को
a sign
ءَايَةً
एक निशानी
for the worlds
لِّلْعَٰلَمِينَ
तमाम जहान वालों के लिए
Waallatee ahsanat farjaha fanafakhna feeha min roohina waja'alnaha waibnaha ayatan lil'alameena (al-ʾAnbiyāʾ 21:91)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
और वह नारी जिसने अपने सतीत्व की रक्षा की थी, हमने उसके भीतर अपनी रूह फूँकी और उसे और उसके बेटे को सारे संसार के लिए एक निशानी बना दिया
English Sahih:
And [mention] the one who guarded her chastity [i.e., Mary], so We blew into her [garment] through Our angel [i.e., Gabriel], and We made her and her son a sign for the worlds. ([21] Al-Anbya : 91)