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مَآ اٰمَنَتْ قَبْلَهُمْ مِّنْ قَرْيَةٍ اَهْلَكْنٰهَاۚ اَفَهُمْ يُؤْمِنُوْنَ   ( الأنبياء: ٦ )

Not
مَآ
नहीं
believed
ءَامَنَتْ
ईमान लाई थी
before them
قَبْلَهُم
उनसे पहले
any
مِّن
कोई बस्ती
town
قَرْيَةٍ
कोई बस्ती
which We destroyed
أَهْلَكْنَٰهَآۖ
हलाक कर दिया हमने जिसे
so will they
أَفَهُمْ
क्या फिर वो
believe?
يُؤْمِنُونَ
वो ईमान लाऐंगे

Ma amanat qablahum min qaryatin ahlaknaha afahum yuminoona (al-ʾAnbiyāʾ 21:6)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

इनसे पहले कोई बस्ती भी, जिसको हमने विनष्ट किया, ईमान न लाई। फिर क्या ये ईमान लाएँगे?

English Sahih:

Not a [single] city which We destroyed believed before them, so will they believe? ([21] Al-Anbya : 6)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

उसी तरह ये भी कोई मौजिज़ा (जैसा हम कहें) हमारे पास भला लाए तो सही इनसे पहले जिन बस्तियों को तबाह कर डाला (मौजिज़े भी देखकर तो) ईमान न लाए