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قُلْ اِنَّمَآ اُنْذِرُكُمْ بِالْوَحْيِۖ وَلَا يَسْمَعُ الصُّمُّ الدُّعَاۤءَ اِذَا مَا يُنْذَرُوْنَ   ( الأنبياء: ٤٥ )

Say
قُلْ
कह दीजिए
"Only
إِنَّمَآ
बेशक
I warn you
أُنذِرُكُم
मैं डराता हूँ तुम्हें
by the revelation"
بِٱلْوَحْىِۚ
साथ वही के
But not
وَلَا
और नहीं
hear
يَسْمَعُ
सुना करते
the deaf
ٱلصُّمُّ
बहरे
the call
ٱلدُّعَآءَ
पुकार को
when
إِذَا
जब कभी
when
مَا
जब कभी
they are warned
يُنذَرُونَ
वो डराए जाते हैं

Qul innama onthirukum bialwahyi wala yasma'u alssummu alddu'aa itha ma yuntharoona (al-ʾAnbiyāʾ 21:45)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

कह दो, 'मैं तो बस प्रकाशना के आधार पर तुम्हें सावधान करता हूँ।' किन्तु बहरे पुकार को नहीं सुनते, जबकि उन्हें सावधान किया जाए

English Sahih:

Say, "I only warn you by revelation." But the deaf do not hear the call when they are warned. ([21] Al-Anbya : 45)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

(ऐ रसूल) तुम कह दो कि मैं तो बस तुम लोगों को ''वही'' के मुताबिक़ (अज़ाब से) डराता हूँ (मगर तुम लोग गोया बहरे हो) और बहरों को जब डराया जाता है तो वह पुकारने ही को नहीं सुनते (डरें क्या ख़ाक)