Skip to main content

وَكَمْ
और कितनी ही
قَصَمْنَا
तोड़ कर रखदीं हमने
مِن
बस्तियाँ
قَرْيَةٍ
बस्तियाँ
كَانَتْ
थीं वो
ظَالِمَةً
ज़ालिम
وَأَنشَأْنَا
और उठाया हमने
بَعْدَهَا
बाद इसके
قَوْمًا
क़ौमों को
ءَاخَرِينَ
दूसरी

Wakam qasamna min qaryatin kanat thalimatan waanshana ba'daha qawman akhareena

कितनी ही बस्तियों को, जो ज़ालिम थीं, हमने तोड़कर रख दिया और उनके बाद हमने दूसरे लोगों को उठाया

Tafseer (तफ़सीर )

فَلَمَّآ
तो जब
أَحَسُّوا۟
उन्होंने महसूस किया
بَأْسَنَآ
अज़ाब हमारा
إِذَا
अचानक
هُم
वो
مِّنْهَا
उनसे
يَرْكُضُونَ
वो भागने लगे

Falamma ahassoo basana itha hum minha yarkudoona

फिर जब उन्हें हमारी यातना का आभास हुआ तो लगे वहाँ से भागने

Tafseer (तफ़सीर )

لَا
ना तुम भागो
تَرْكُضُوا۟
ना तुम भागो
وَٱرْجِعُوٓا۟
और लौट आओ
إِلَىٰ
तरफ़ उसके जो
مَآ
तरफ़ उसके जो
أُتْرِفْتُمْ
ऐश दिए गए तुम
فِيهِ
जिसमें
وَمَسَٰكِنِكُمْ
और अपने घरों के
لَعَلَّكُمْ
ताकि तुम
تُسْـَٔلُونَ
तुम पूछे जाओ

La tarkudoo wairji'oo ila ma otriftum feehi wamasakinikum la'allakum tusaloona

कहा गया, 'भागो नहीं! लौट चलो, उसी भोग-विलास की ओर जो तुम्हें प्राप्त था और अपने घरों की ओर ताकि तुमसे पूछा जाए।'

Tafseer (तफ़सीर )

قَالُوا۟
उन्होंने कहा
يَٰوَيْلَنَآ
हाय अफ़्सोस हम पर
إِنَّا
बेशक हम
كُنَّا
थे हम
ظَٰلِمِينَ
ज़ालिम

Qaloo ya waylana inna kunna thalimeena

कहने लगे, 'हाय हमारा दुर्भाग्य! निस्संदेह हम ज़ालिम थे।'

Tafseer (तफ़सीर )

فَمَا
तो मुसलसल रही
زَالَت
तो मुसलसल रही
تِّلْكَ
यही
دَعْوَىٰهُمْ
पुकार उनकी
حَتَّىٰ
यहाँ तक कि
جَعَلْنَٰهُمْ
बना दिया हमने उन्हें
حَصِيدًا
जड़ से कटी हुई खेती
خَٰمِدِينَ
बुझी हुई

Fama zalat tilka da'wahum hatta ja'alnahum haseedan khamideena

फिर उनकी निरन्तर यही पुकार रही, यहाँ तक कि हमने उन्हें ऐसा कर दिया जैसे कटी हुई खेती, बुझी हुई आग हो

Tafseer (तफ़सीर )

وَمَا
और नहीं
خَلَقْنَا
पैदा किया हमने
ٱلسَّمَآءَ
आसमान
وَٱلْأَرْضَ
और ज़मीन को
وَمَا
और जो
بَيْنَهُمَا
इन दोनों के दर्मियान है
لَٰعِبِينَ
खेलते हुए

Wama khalaqna alssamaa waalarda wama baynahuma la'ibeena

और हमने आकाश और धरती को और जो कुछ उसके मध्य में है कुछ इस प्रकार नहीं बनाया कि हम कोई खेल करने वाले हो

Tafseer (तफ़सीर )

لَوْ
अगर
أَرَدْنَآ
चाहते हम
أَن
कि
نَّتَّخِذَ
हम बना लें
لَهْوًا
कोई खेल
لَّٱتَّخَذْنَٰهُ
यक़ीनन बना लेते हम उसे
مِن
अपने पास से
لَّدُنَّآ
अपने पास से
إِن
अगर
كُنَّا
होते हम
فَٰعِلِينَ
करने वाले

Law aradna an nattakhitha lahwan laittakhathnahu min ladunna in kunna fa'ileena

यदि हम कोई खेल-तमाशा करना चाहते हो अपने ही पास से कर लेते, यदि हम ऐसा करने ही वाले होते

Tafseer (तफ़सीर )

بَلْ
बल्कि
نَقْذِفُ
हम फेंकते हैं
بِٱلْحَقِّ
हक़ को
عَلَى
बातिल पर
ٱلْبَٰطِلِ
बातिल पर
فَيَدْمَغُهُۥ
पस वो सर तोड़ देता है उसका
فَإِذَا
तो यकायक
هُوَ
वो
زَاهِقٌۚ
ज़ाइल हो जाता है
وَلَكُمُ
और तुम्हारे लिए
ٱلْوَيْلُ
हलाकत है
مِمَّا
उससे जो
تَصِفُونَ
तुम बयान करते हो

Bal naqthifu bialhaqqi 'ala albatili fayadmaghuhu faitha huwa zahiqun walakumu alwaylu mimma tasifoona

नहीं, बल्कि हम तो असत्य पर सत्य की चोट लगाते है, तो वह उसका सिर तोड़ देता है। फिर क्या देखते है कि वह मिटकर रह जाता है और तुम्हारे लिए तबाही है उन बातों के कारण जो तुम बनाते हो!

Tafseer (तफ़सीर )

وَلَهُۥ
और उसी के लिए है
مَن
जो
فِى
आसमानों में
ٱلسَّمَٰوَٰتِ
आसमानों में
وَٱلْأَرْضِۚ
और ज़मीन में है
وَمَنْ
और जो
عِندَهُۥ
उसके पास हैं
لَا
नहीं वो तकब्बुर करते
يَسْتَكْبِرُونَ
नहीं वो तकब्बुर करते
عَنْ
उसकी इबादत से
عِبَادَتِهِۦ
उसकी इबादत से
وَلَا
और ना
يَسْتَحْسِرُونَ
वो थकते हैं

Walahu man fee alssamawati waalardi waman 'indahu la yastakbiroona 'an 'ibadatihi wala yastahsiroona

और आकाशों और धरती में जो कोई है उसी का है। और जो (फ़रिश्ते) उसके पास है वे न तो अपने को बड़ा समझकर उसकी बन्दगी से मुँह मोड़ते है औऱ न वे थकते है

Tafseer (तफ़सीर )

يُسَبِّحُونَ
वो तस्बीह करते हैं
ٱلَّيْلَ
रात
وَٱلنَّهَارَ
और दिन
لَا
नहीं वो दम लेते
يَفْتُرُونَ
नहीं वो दम लेते

Yusabbihoona allayla waalnnahara la yafturoona

रात और दिन तसबीह करते रहते है, दम नहीं लेते

Tafseer (तफ़सीर )