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اَفَلَا يَرَوْنَ اَلَّا يَرْجِعُ اِلَيْهِمْ قَوْلًا ەۙ وَّلَا يَمْلِكُ لَهُمْ ضَرًّا وَّلَا نَفْعًا ࣖ  ( طه: ٨٩ )

Then did not
أَفَلَا
क्या फिर नहीं
they see
يَرَوْنَ
वो देखते
that not
أَلَّا
कि बेशक नहीं
it (could) return
يَرْجِعُ
वो लौटाता
to them
إِلَيْهِمْ
तरफ़ उनके
a word
قَوْلًا
बात को
and not
وَلَا
और नहीं
possess
يَمْلِكُ
वो इख़्तियार रखता
for them
لَهُمْ
उनके लिए
any harm
ضَرًّا
किसी नुक़सान का
and not
وَلَا
और ना
any benefit?
نَفْعًا
किसी नफ़ा का

Afala yarawna alla yarji'u ilayhim qawlan wala yamliku lahum darran wala naf'an (Ṭāʾ Hāʾ 20:89)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

क्या वे देखते न थे कि न वह किसी बात का उत्तर देता है और न उसे उनकी हानि का कुछ अधिकार प्राप्त है और न लाभ का?

English Sahih:

Did they not see that it could not return to them any speech [i.e., response] and that it did not possess for them any harm or benefit? ([20] Taha : 89)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

भला इनको इतनी भी न सूझी कि ये बछड़ा न तो उन लोगों को पलट कर उन की बात का जवाब ही देता है और न उनका ज़रर ही उस के हाथ में है और न नफ़ा