۞ مِنْهَا خَلَقْنٰكُمْ وَفِيْهَا نُعِيْدُكُمْ وَمِنْهَا نُخْرِجُكُمْ تَارَةً اُخْرٰى ( طه: ٥٥ )
From it
مِنْهَا
इसी से
We created you
خَلَقْنَٰكُمْ
पैदा किया हमने तुम्हें
and in it
وَفِيهَا
और इसी में
We will return you
نُعِيدُكُمْ
हम लौटाऐंगे तुम्हें
and from it
وَمِنْهَا
और इसी में से
We will bring you out
نُخْرِجُكُمْ
हम निकालेंगे तुम्हें
time
تَارَةً
दूसरी मर्तबा
another
أُخْرَىٰ
दूसरी मर्तबा
Minha khalaqnakum wafeeha nu'eedukum waminha nukhrijukum taratan okhra (Ṭāʾ Hāʾ 20:55)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
उसी से हमने तुम्हें पैदा किया और उसी में हम तुम्हें लौटाते है और उसी से तुम्हें दूसरी बार निकालेंगे।'
English Sahih:
From it [i.e., the earth] We created you, and into it We will return you, and from it We will extract you another time. ([20] Taha : 55)