اِنَّا قَدْ اُوْحِيَ اِلَيْنَآ اَنَّ الْعَذَابَ عَلٰى مَنْ كَذَّبَ وَتَوَلّٰى ( طه: ٤٨ )
Indeed we
إِنَّا
बेशक हम
verily
قَدْ
तहक़ीक़
it has been revealed
أُوحِىَ
वही की गई
to us
إِلَيْنَآ
तरफ़ हमारे
that
أَنَّ
कि बेशक
the punishment
ٱلْعَذَابَ
अज़ाब है
(will be) on
عَلَىٰ
उस पर जो
(one) who
مَن
उस पर जो
denies
كَذَّبَ
झुठलाए
and turns away'"
وَتَوَلَّىٰ
और मुँह मोड़े
Inna qad oohiya ilayna anna al'athaba 'ala man kaththaba watawalla (Ṭāʾ Hāʾ 20:48)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
निस्संदेह हमारी ओर प्रकाशना हुई है कि यातना उसके लिए है, जो झुठलाए और मुँह फेरे।'
English Sahih:
Indeed, it has been revealed to us that the punishment will be upon whoever denies and turns away.'" ([20] Taha : 48)