بَلٰى مَنْ كَسَبَ سَيِّئَةً وَّاَحَاطَتْ بِهٖ خَطِيْۤـَٔتُهٗ فَاُولٰۤىِٕكَ اَصْحٰبُ النَّارِ ۚ هُمْ فِيْهَا خٰلِدُوْنَ ( البقرة: ٨١ )
Yes
بَلَىٰ
हाँ (क्यों नहीं)
whoever
مَن
जिसने
earned
كَسَبَ
कमाई
evil
سَيِّئَةً
कोई बुराई
and surrounded him
وَأَحَٰطَتْ
और घेर लिया
with
بِهِۦ
उसको
his sins
خَطِيٓـَٔتُهُۥ
उसकी ख़ता ने
[so] those
فَأُو۟لَٰٓئِكَ
तो यही लोग हैं
(are the) companions
أَصْحَٰبُ
साथी
(of) the Fire
ٱلنَّارِۖ
आग के
they
هُمْ
वो
in it
فِيهَا
उसमें
(will) abide forever
خَٰلِدُونَ
हमेशा रहने वाले हैं
Bala man kasaba sayyiatan waahatat bihi khateeatuhu faolaika ashabu alnnari hum feeha khalidoona (al-Baq̈arah 2:81)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
क्यों नहीं; जिसने भी कोई बदी कमाई और उसकी खताकारी ने उसे अपने घरे में ले लिया, तो ऐसे ही लोग आग (जहन्नम) में पड़नेवाले है; वे उसी में सदैव रहेंगे
English Sahih:
Yes, [on the contrary], whoever earns evil and his sin has encompassed him – those are the companions of the Fire; they will abide therein eternally. ([2] Al-Baqarah : 81)