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قَالَ اِنَّهٗ يَقُوْلُ اِنَّهَا بَقَرَةٌ لَّا ذَلُوْلٌ تُثِيْرُ الْاَرْضَ وَلَا تَسْقِى الْحَرْثَۚ مُسَلَّمَةٌ لَّاشِيَةَ فِيْهَا ۗ قَالُوا الْـٰٔنَ جِئْتَ بِالْحَقِّ فَذَبَحُوْهَا وَمَا كَادُوْا يَفْعَلُوْنَ ࣖ  ( البقرة: ٧١ )

He said
قَالَ
कहा
"Indeed He
إِنَّهُۥ
बेशक वो
says
يَقُولُ
वो फ़रमाता है
"[Indeed] it
إِنَّهَا
बेशक वो
(is) a cow
بَقَرَةٌ
ऐसी गाय हो
not
لَّا
ना
trained
ذَلُولٌ
जोती हुई हो
to plough
تُثِيرُ
कि वो हल चलाती हो
the earth
ٱلْأَرْضَ
ज़मीन में
and not
وَلَا
और ना
water
تَسْقِى
वो सैराब करती हो
the field;
ٱلْحَرْثَ
खेती को
sound
مُسَلَّمَةٌ
सही सलामत हो
no
لَّا
ना हो
blemish
شِيَةَ
कोई दाग़
in it"
فِيهَاۚ
उसमें
They said
قَالُوا۟
उन्होंने कहा
"Now
ٱلْـَٰٔنَ
अब
you have come
جِئْتَ
लाया है तू
with the truth"
بِٱلْحَقِّۚ
हक़ को
So they slaughtered it
فَذَبَحُوهَا
फिर उन्होंने ज़िबाह किया उसे
and not
وَمَا
और ना
they were near
كَادُوا۟
वो क़रीब थे कि
(to) doing (it)
يَفْعَلُونَ
वो करते

Qala innahu yaqoolu innaha baqaratun la thaloolun tutheeru alarda wala tasqee alhartha musallamatun la shiyata feeha qaloo alana jita bialhaqqi fathabahooha wama kadoo yaf'aloona (al-Baq̈arah 2:71)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

उसने कहा, ' वह कहता हैं कि वह ऐसा गाय है जो सधाई हुई नहीं है कि भूमि जोतती हो, और न वह खेत को पानी देती है, ठीक-ठाक है, उसमें किसी दूसरे रंग की मिलावट नहीं है।' बोले, 'अब तुमने ठीक बात बताई है।' फिर उन्होंने उसे ज़ब्ह किया, जबकि वे करना नहीं चाहते थे

English Sahih:

He said, "He says, 'It is a cow neither trained to plow the earth nor to irrigate the field, one free from fault with no spot upon her.'" They said, "Now you have come with the truth." So they slaughtered her, but they could hardly do it. ([2] Al-Baqarah : 71)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

मूसा ने कहा खुदा ज़रूर फरमाता है कि वह गाय न तो इतनी सधाई हो कि ज़मीन जोते न खेती सीचें भली चंगी एक रंग की कि उसमें कोई धब्बा तक न हो, वह बोले अब (जा के) ठीक-ठीक बयान किया, ग़रज़ उन लोगों ने वह गाय हलाल की हालाँकि उनसे उम्मीद न थी वह कि वह ऐसा करेंगे