اِنَّ الَّذِيْنَ اٰمَنُوْا وَالَّذِيْنَ هَادُوْا وَالنَّصٰرٰى وَالصَّابِــِٕيْنَ مَنْ اٰمَنَ بِاللّٰهِ وَالْيَوْمِ الْاٰخِرِ وَعَمِلَ صَالِحًا فَلَهُمْ اَجْرُهُمْ عِنْدَ رَبِّهِمْۚ وَلَا خَوْفٌ عَلَيْهِمْ وَلَا هُمْ يَحْزَنُوْنَ ( البقرة: ٦٢ )
Inna allatheena amanoo waallatheena hadoo waalnnasara waalssabieena man amana biAllahi waalyawmi alakhiri wa'amila salihan falahum ajruhum 'inda rabbihim wala khawfun 'alayhim wala hum yahzanoona (al-Baq̈arah 2:62)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
निस्संदेह, ईमानवाले और जो यहूदी हुए और ईसाई और साबिई, जो भी अल्लाह और अन्तिम दिन पर ईमान लाया और अच्छा कर्म किया तो ऐसे लोगों का उनके अपने रब के पास (अच्छा) बदला है, उनको न तो कोई भय होगा और न वे शोकाकुल होंगे -
English Sahih:
Indeed, those who believed and those who were Jews or Christians or Sabeans [before Prophet Muhammad (^)] – those [among them] who believed in Allah and the Last Day and did righteousness – will have their reward with their Lord, and no fear will there be concerning them, nor will they grieve. ([2] Al-Baqarah : 62)
1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi
बेशक मुसलमानों और यहूदियों और नसरानियों और ला मज़हबों में से जो कोई खुदा और रोज़े आख़िरत पर ईमान लाए और अच्छे-अच्छे काम करता रहे तो उन्हीं के लिए उनका अज्र व सवाब उनके खुदा के पास है और न (क़यामत में) उन पर किसी का ख़ौफ होगा न वह रंजीदा दिल होंगे