Skip to main content

يٰبَنِيْٓ اِسْرَاۤءِيْلَ اذْكُرُوْا نِعْمَتِيَ الَّتِيْٓ اَنْعَمْتُ عَلَيْكُمْ وَاَنِّيْ فَضَّلْتُكُمْ عَلَى الْعٰلَمِيْنَ  ( البقرة: ٤٧ )

O Children
يَٰبَنِىٓ
ऐ बनी इस्राईल
(of) Israel!
إِسْرَٰٓءِيلَ
ऐ बनी इस्राईल
Remember
ٱذْكُرُوا۟
याद करो
My Favor
نِعْمَتِىَ
मेरी नेअमत
which
ٱلَّتِىٓ
वो जो
I bestowed
أَنْعَمْتُ
इनाम की मैंने
upon you
عَلَيْكُمْ
तुम पर
and that I
وَأَنِّى
और बेशक मैं
[I] preferred you
فَضَّلْتُكُمْ
फ़ज़ीलत दी मैंने तुम्हें
over
عَلَى
तमाम जहानों पर
the worlds
ٱلْعَٰلَمِينَ
तमाम जहानों पर

Ya banee israeela othkuroo ni'matiya allatee an'amtu 'alaykum waannee faddaltukum 'ala al'alameena (al-Baq̈arah 2:47)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

ऐ इसराईल की सन्तान! याद करो मेरे उस अनुग्रह को जो मैंने तुमपर किया और इसे भी कि मैंने तुम्हें सारे संसार पर श्रेष्ठता प्रदान की थी;

English Sahih:

O Children of Israel, remember My favor that I have bestowed upon you and that I preferred you over the worlds [i.e., peoples]. ([2] Al-Baqarah : 47)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

ऐ बनी इसराइल मेरी उन नेअमतों को याद करो जो मैंने पहले तुम्हें दी और ये (भी तो सोचो) कि हमने तुमको सारे जहान के लोगों से बढ़ा दिया