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اَلَّذِيْنَ يُنْفِقُوْنَ اَمْوَالَهُمْ بِالَّيْلِ وَالنَّهَارِ سِرًّا وَّعَلَانِيَةً فَلَهُمْ اَجْرُهُمْ عِنْدَ رَبِّهِمْۚ وَلَا خَوْفٌ عَلَيْهِمْ وَلَا هُمْ يَحْزَنُوْنَ  ( البقرة: ٢٧٤ )

Those who
ٱلَّذِينَ
वो जो
spend
يُنفِقُونَ
ख़र्च करते हैं
their wealth
أَمْوَٰلَهُم
अपने मालों को
by night
بِٱلَّيْلِ
रात
and day
وَٱلنَّهَارِ
और दिन
secretly
سِرًّا
छुपा कर
and openly
وَعَلَانِيَةً
और ऐलानिया तौर पर
then for them
فَلَهُمْ
तो उनके लिए है
(is) their reward
أَجْرُهُمْ
अजर उनका
with
عِندَ
पास
their Lord
رَبِّهِمْ
उनके रब के
and no
وَلَا
और ना
fear
خَوْفٌ
कोई ख़ौफ़ होगा
on them
عَلَيْهِمْ
उन पर
and not
وَلَا
और ना
they
هُمْ
वो
will grieve
يَحْزَنُونَ
वो ग़मगीन होंगे

Allatheena yunfiqoona amwalahum biallayli waalnnahari sirran wa'alaniyatan falahum ajruhum 'inda rabbihim wala khawfun 'alayhim wala hum yahzanoona (al-Baq̈arah 2:274)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

जो लोग अपने माल रात-दिन छिपे और खुले ख़र्च करें, उनका बदला तो उनके रब के पास है, और न उन्हें कोई भय है और न वे शोकाकुल होंगे

English Sahih:

Those who spend their wealth [in Allah's way] by night and by day, secretly and publicly – they will have their reward with their Lord. And no fear will there be concerning them, nor will they grieve. ([2] Al-Baqarah : 274)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

जो लोग रात को या दिन को छिपा कर या दिखा कर (ख़ुदा की राह में) ख़र्च करते हैं तो उनके लिए उनका अज्र व सवाब उनके परवरदिगार के पास है और (क़यामत में) न उन पर किसी क़िस्म का ख़ौफ़ होगा और न वह आज़ुर्दा ख़ातिर होंगे