اَلشَّيْطٰنُ يَعِدُكُمُ الْفَقْرَ وَيَأْمُرُكُمْ بِالْفَحْشَاۤءِ ۚ وَاللّٰهُ يَعِدُكُمْ مَّغْفِرَةً مِّنْهُ وَفَضْلًا ۗ وَاللّٰهُ وَاسِعٌ عَلِيْمٌ ۖ ( البقرة: ٢٦٨ )
The Shaitaan
ٱلشَّيْطَٰنُ
शैतान
promises you
يَعِدُكُمُ
डराता है तुम्हें
[the] poverty
ٱلْفَقْرَ
फ़क़्र से
and orders you
وَيَأْمُرُكُم
और वो हुक्म देता है तुम्हें
to immorality
بِٱلْفَحْشَآءِۖ
बेहयाई का
while Allah
وَٱللَّهُ
और अल्लाह
promises you
يَعِدُكُم
वादा करता है तुमसे
forgiveness
مَّغْفِرَةً
बख़्शिश का
from Him
مِّنْهُ
अपनी तरफ़ से
and bounty
وَفَضْلًاۗ
और फ़ज़ल का
And Allah
وَٱللَّهُ
और अल्लाह
(is) All-Encompassing
وَٰسِعٌ
वुसअत वाला है
All-Knowing
عَلِيمٌ
ख़ूब जानने वाला है
Alshshaytanu ya'idukumu alfaqra wayamurukum bialfahshai waAllahu ya'idukum maghfiratan minhu wafadlan waAllahu wasi'un 'aleemun (al-Baq̈arah 2:268)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
शैतान तुम्हें निर्धनता से डराता है और निर्लज्जता के कामों पर उभारता है, जबकि अल्लाह अपनी क्षमा और उदार कृपा का तुम्हें वचन देता है। अल्लाह बड़ी समाईवाला, सर्वज्ञ है
English Sahih:
Satan threatens you with poverty and orders you to immorality, while Allah promises you forgiveness from Him and bounty. And Allah is all-Encompassing and Knowing. ([2] Al-Baqarah : 268)