مَنْ ذَا الَّذِيْ يُقْرِضُ اللّٰهَ قَرْضًا حَسَنًا فَيُضٰعِفَهٗ لَهٗٓ اَضْعَافًا كَثِيْرَةً ۗوَاللّٰهُ يَقْبِضُ وَيَبْصُۣطُۖ وَاِلَيْهِ تُرْجَعُوْنَ ( البقرة: ٢٤٥ )
Who
مَّن
कौन है
(is) the one
ذَا
वो जो
who
ٱلَّذِى
वो जो
will lend
يُقْرِضُ
क़र्ज़ दे
(to) Allah
ٱللَّهَ
अल्लाह को
a loan
قَرْضًا
क़र्ज़
good
حَسَنًا
अच्छा
so (that) He multiplies it
فَيُضَٰعِفَهُۥ
तो वो बढ़ा दे उसे
for him
لَهُۥٓ
उसके लिए
manifolds
أَضْعَافًا
कई गुना
many
كَثِيرَةًۚ
ज़्यादा
And Allah
وَٱللَّهُ
और अल्लाह
withholds
يَقْبِضُ
तंगी करता है
and grants abundance
وَيَبْصُۜطُ
और वो कुशादगी करता है
and to Him
وَإِلَيْهِ
और तरफ़ उसी के
you will be returned
تُرْجَعُونَ
तुम लौटाए जाओगे
Man tha allathee yuqridu Allaha qardan hasanan fayuda'ifahu lahu ad'afan katheeratan waAllahu yaqbidu wayabsutu wailayhi turja'oona (al-Baq̈arah 2:245)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
कौन है जो अल्लाह को अच्छा ऋण दे कि अल्लाह उसे उसके लिए कई गुना बढ़ा दे? और अल्लाह ही तंगी भी देता है और कुशादगी भी प्रदान करता है, और उसी की ओर तुम्हें लौटना है
English Sahih:
Who is it that would loan Allah a goodly loan so He may multiply it for him many times over? And it is Allah who withholds and grants abundance, and to Him you will be returned. ([2] Al-Baqarah : 245)