وَمِنَ النَّاسِ مَنْ يُّعْجِبُكَ قَوْلُهٗ فِى الْحَيٰوةِ الدُّنْيَا وَيُشْهِدُ اللّٰهَ عَلٰى مَا فِيْ قَلْبِهٖ ۙ وَهُوَ اَلَدُّ الْخِصَامِ ( البقرة: ٢٠٤ )
And of
وَمِنَ
और लोगों में से कोई है
the people
ٱلنَّاسِ
और लोगों में से कोई है
(is the one) who
مَن
जो
pleases you
يُعْجِبُكَ
ख़ुश करती है आपको
(with) his speech
قَوْلُهُۥ
बात उसकी
in
فِى
ज़िन्दगी में
the life
ٱلْحَيَوٰةِ
ज़िन्दगी में
(of) the world
ٱلدُّنْيَا
दुनिया की
and he calls to witness
وَيُشْهِدُ
और वो गवाह बनाता है
Allah
ٱللَّهَ
अल्लाह को
on
عَلَىٰ
ऊपर
what
مَا
उसके जो
(is) in
فِى
उसके दिल में है
his heart
قَلْبِهِۦ
उसके दिल में है
and he
وَهُوَ
हालाँकि वो
(is) the most quarrelsome
أَلَدُّ
सख़्त झगड़ालू है
(of) opponents
ٱلْخِصَامِ
झगड़ा करने में
Wamina alnnasi man yu'jibuka qawluhu fee alhayati alddunya wayushhidu Allaha 'ala ma fee qalbihi wahuwa aladdu alkhisami (al-Baq̈arah 2:204)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
लोगों में कोई तो ऐसा है कि इस सांसारिक जीवन के विषय में उसकी बाते तुम्हें बहुत भाती है, उस (खोट) के बावजूद जो उसके दिल में होती है, वह अल्लाह को गवाह ठहराता है और झगड़े में वह बड़ा हठी है
English Sahih:
And of the people is he whose speech pleases you in worldly life, and he calls Allah to witness as to what is in his heart, yet he is the fiercest of opponents. ([2] Al-Baqarah : 204)