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وَقَاتِلُوْا فِيْ سَبِيْلِ اللّٰهِ الَّذِيْنَ يُقَاتِلُوْنَكُمْ وَلَا تَعْتَدُوْا ۗ اِنَّ اللّٰهَ لَا يُحِبُّ الْمُعْتَدِيْنَ   ( البقرة: ١٩٠ )

And fight
وَقَٰتِلُوا۟
और जंग करो
in
فِى
अल्लाह के रास्ते में
(the) way
سَبِيلِ
अल्लाह के रास्ते में
(of) Allah
ٱللَّهِ
अल्लाह के रास्ते में
those who
ٱلَّذِينَ
उनसे जो
fight you
يُقَٰتِلُونَكُمْ
जंग करते हैं तुमसे
and (do) not
وَلَا
और ना
transgress
تَعْتَدُوٓا۟ۚ
तुम ज़्यादती करो
Indeed
إِنَّ
बेशक
Allah
ٱللَّهَ
अल्लाह
(does) not
لَا
नहीं पसंद करता
like
يُحِبُّ
नहीं पसंद करता
the transgressors
ٱلْمُعْتَدِينَ
ज़्यादती करने वालों को

Waqatiloo fee sabeeli Allahi allatheena yuqatiloonakum wala ta'tadoo inna Allaha la yuhibbu almu'tadeena (al-Baq̈arah 2:190)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

और अल्लाह के मार्ग में उन लोगों से लड़ो जो तुमसे लड़े, किन्तु ज़्यादती न करो। निस्संदेह अल्लाह ज़्यादती करनेवालों को पसन्द नहीं करता

English Sahih:

Fight in the way of Allah those who fight against you but do not transgress. Indeed, Allah does not like transgressors. ([2] Al-Baqarah : 190)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और जो लोग तुम से लड़े तुम (भी) ख़ुदा की राह में उनसे लड़ो और ज्यादती न करो (क्योंकि) ख़ुदा ज्यादती करने वालों को हरगिज़ दोस्त नहीं रखता