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فَمَنْۢ بَدَّلَهٗ بَعْدَمَا سَمِعَهٗ فَاِنَّمَآ اِثْمُهٗ عَلَى الَّذِيْنَ يُبَدِّلُوْنَهٗ ۗ اِنَّ اللّٰهَ سَمِيْعٌ عَلِيْمٌ ۗ   ( البقرة: ١٨١ )

Then whoever
فَمَنۢ
तो जो कोई
changes it
بَدَّلَهُۥ
बदल दे उसे
after what
بَعْدَمَا
बाद उसके जो
he (has) heard [it]
سَمِعَهُۥ
उसने सुना उसे
so only
فَإِنَّمَآ
तो बेशक
its sin
إِثْمُهُۥ
गुनाह उसका
(would be) on
عَلَى
उन पर है जो
those who
ٱلَّذِينَ
उन पर है जो
alter it
يُبَدِّلُونَهُۥٓۚ
बदल देते हैं उसे
Indeed
إِنَّ
बेशक
Allah
ٱللَّهَ
अल्लाह
(is) All-Hearing
سَمِيعٌ
ख़ूब सुनने वाला है
All-Knowing
عَلِيمٌ
ख़ूब जानने वाला है

Faman baddalahu ba'dama sami'ahu fainnama ithmuhu 'ala allatheena yubaddiloonahu inna Allaha samee'un 'aleemun (al-Baq̈arah 2:181)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

तो जो कोई उसके सुनने के पश्चात उसे बदल डाले तो उसका गुनाह उन्हीं लोगों पर होगा जो इसे बदलेंगे। निस्संदेह अल्लाह सब कुछ सुननेवाला और जाननेवाला है

English Sahih:

Then whoever alters it [i.e., the bequest] after he has heard it – the sin is only upon those who have altered it. Indeed, Allah is Hearing and Knowing. ([2] Al-Baqarah : 181)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

फिर जो सुन चुका उसके बाद उसे कुछ का कुछ कर दे तो उस का गुनाह उन्हीं लोगों की गरदन पर है जो उसे बदल डालें बेशक ख़ुदा सब कुछ जानता और सुनता है