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يٰٓاَيُّهَا الَّذِيْنَ اٰمَنُوْا كُلُوْا مِنْ طَيِّبٰتِ مَا رَزَقْنٰكُمْ وَاشْكُرُوْا لِلّٰهِ اِنْ كُنْتُمْ اِيَّاهُ تَعْبُدُوْنَ   ( البقرة: ١٧٢ )

O you
يَٰٓأَيُّهَا
ऐ लोगो जो
who
ٱلَّذِينَ
ऐ लोगो जो
believe[d]!
ءَامَنُوا۟
ईमान लाए हो
Eat
كُلُوا۟
खाओ तुम
from
مِن
पाकीज़ा चीज़ों में से
(the) good
طَيِّبَٰتِ
पाकीज़ा चीज़ों में से
what
مَا
जो
We have provided you
رَزَقْنَٰكُمْ
अता कीं हमने तुम्हें
and be grateful
وَٱشْكُرُوا۟
और शुक्र करो
to Allah
لِلَّهِ
अल्लाह का
if
إِن
अगर
you
كُنتُمْ
हो तुम
alone
إِيَّاهُ
सिर्फ़ उसी की
worship Him
تَعْبُدُونَ
तुम इबादत करते

Ya ayyuha allatheena amanoo kuloo min tayyibati ma razaqnakum waoshkuroo lillahi in kuntum iyyahu ta'budoona (al-Baq̈arah 2:172)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

ऐ ईमान लानेवालो! जो अच्छी-सुथरी चीज़ें हमने तुम्हें प्रदान की हैं उनमें से खाओ और अल्लाह के आगे कृतज्ञता दिखलाओ, यदि तुम उसी की बन्दगी करते हो

English Sahih:

O you who have believed, eat from the good [i.e., lawful] things which We have provided for you and be grateful to Allah if it is [indeed] Him that you worship. ([2] Al-Baqarah : 172)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

ऐ ईमानदारों जो कुछ हम ने तुम्हें दिया है उस में से सुथरी चीज़ें (शौक़ से) खाओं और अगर ख़ुदा ही की इबादत करते हो तो उसी का शुक्र करो