اِنَّمَا يَأْمُرُكُمْ بِالسُّوْۤءِ وَالْفَحْشَاۤءِ وَاَنْ تَقُوْلُوْا عَلَى اللّٰهِ مَا لَا تَعْلَمُوْنَ ( البقرة: ١٦٩ )
Only
إِنَّمَا
बेशक
he commands you
يَأْمُرُكُم
वो हुक्म देता है तुम्हें
to (do) the evil
بِٱلسُّوٓءِ
बुराई का
and the shameful
وَٱلْفَحْشَآءِ
और बेहयाई का
and that
وَأَن
और ये कि
you say
تَقُولُوا۟
तुम कहो
about
عَلَى
अल्लाह पर
Allah
ٱللَّهِ
अल्लाह पर
what
مَا
जो
not
لَا
नहीं
you know
تَعْلَمُونَ
तुम जानते
Innama yamurukum bialssooi waalfahshai waan taqooloo 'ala Allahi ma la ta'lamoona (al-Baq̈arah 2:169)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
वह तो बस तुम्हें बुराई और अश्लीलता पर उकसाता है और इसपर कि तुम अल्लाह पर थोपकर वे बातें कहो जो तुम नहीं जानते
English Sahih:
He only orders you to evil and immorality and to say about Allah what you do not know. ([2] Al-Baqarah : 169)