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اُولٰۤىِٕكَ الَّذِيْنَ اشْتَرَوُا الضَّلٰلَةَ بِالْهُدٰىۖ فَمَا رَبِحَتْ تِّجَارَتُهُمْ وَمَا كَانُوْا مُهْتَدِيْنَ  ( البقرة: ١٦ )

Those
أُو۟لَٰٓئِكَ
यही लोग हैं
(are) the ones who
ٱلَّذِينَ
जिन्होंने
bought
ٱشْتَرَوُا۟
ख़रीद ली
[the] astraying
ٱلضَّلَٰلَةَ
गुमराही
for [the] guidance
بِٱلْهُدَىٰ
बदले हिदायत के
So not
فَمَا
तो ना
profited
رَبِحَت
फ़ायदामंद हुई
their commerce
تِّجَٰرَتُهُمْ
तिजारत उनकी
and not
وَمَا
और ना
were they
كَانُوا۟
थे वो
guided-ones
مُهْتَدِينَ
हिदायत पाने वाले

Olaika allatheena ishtarawoo alddalalata bialhuda fama rabihat tijaratuhum wama kanoo muhtadeena (al-Baq̈arah 2:16)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

यही वे लोग हैं, जिन्होंने मार्गदर्शन के बदले में गुमराही मोल ली, किन्तु उनके इस व्यापार में न कोई लाभ पहुँचाया, और न ही वे सीधा मार्ग पा सके

English Sahih:

Those are the ones who have purchased error [in exchange] for gui‏dance, so their transaction has brought no profit, nor were they guided. ([2] Al-Baqarah : 16)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

यही वह लोग हैं जिन्होंने हिदायत के बदले गुमराही ख़रीद ली, फिर न उनकी तिजारत ही ने कुछ नफ़ा दिया और न उन लोगों ने हिदायत ही पाई