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اِنَّ الَّذِيْنَ يَكْتُمُوْنَ مَآ اَنْزَلْنَا مِنَ الْبَيِّنٰتِ وَالْهُدٰى مِنْۢ بَعْدِ مَا بَيَّنّٰهُ لِلنَّاسِ فِى الْكِتٰبِۙ اُولٰۤىِٕكَ يَلْعَنُهُمُ اللّٰهُ وَيَلْعَنُهُمُ اللّٰعِنُوْنَۙ  ( البقرة: ١٥٩ )

Indeed
إِنَّ
बेशक
those who
ٱلَّذِينَ
वो लोग जो
conceal
يَكْتُمُونَ
छुपाते हैं
what
مَآ
उसे जो
We revealed
أَنزَلْنَا
नाज़िल किया हमने
of
مِنَ
वाज़ेह निशानियों में से
the clear proofs
ٱلْبَيِّنَٰتِ
वाज़ेह निशानियों में से
and the Guidance
وَٱلْهُدَىٰ
और हिदायत में से
from
مِنۢ
बाद उसके
after
بَعْدِ
बाद उसके
[what]
مَا
जो
We made clear
بَيَّنَّٰهُ
वाज़ेह कर दिया हमने उसे
to the people
لِلنَّاسِ
लोगों के लिए
in
فِى
किताब में
the Book
ٱلْكِتَٰبِۙ
किताब में
those
أُو۟لَٰٓئِكَ
यही वो लोग हैं
curses them
يَلْعَنُهُمُ
लानत करता है उन पर
Allah
ٱللَّهُ
अल्लाह
and curse them
وَيَلْعَنُهُمُ
और लानत करते हैं उन पर
the ones who curse
ٱللَّٰعِنُونَ
लानत करने वाले

Inna allatheena yaktumoona ma anzalna mina albayyinati waalhuda min ba'di ma bayyannahu lilnnasi fee alkitabi olaika yal'anuhumu Allahu wayal'anuhumu alla'inoona (al-Baq̈arah 2:159)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

जो लोग हमारी उतारी हुई खुली निशानियों और मार्गदर्शन को छिपाते है, इसके बाद कि हम उन्हें लोगों के लिए किताब में स्पष्ट कर चुके है; वही है जिन्हें अल्लाह धिक्कारता है - और सभी धिक्कारने वाले भी उन्हें धिक्कारते है

English Sahih:

Indeed, those who conceal what We sent down of clear proofs and guidance after We made it clear for the people in the Scripture – those are cursed by Allah and cursed by those who curse, ([2] Al-Baqarah : 159)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

बेशक जो लोग हमारी इन रौशन दलीलों और हिदायतों को जिन्हें हमने नाज़िल किया उसके बाद छिपाते हैं जबकि हम किताब तौरैत में लोगों के सामने साफ़ साफ़ बयान कर चुके हैं तो यही लोग हैं जिन पर ख़ुदा भी लानत करता है और लानत करने वाले भी लानत करते हैं