اَلَّذِيْنَ اِذَآ اَصَابَتْهُمْ مُّصِيْبَةٌ ۗ قَالُوْٓا اِنَّا لِلّٰهِ وَاِنَّآ اِلَيْهِ رٰجِعُوْنَۗ ( البقرة: ١٥٦ )
Those who
ٱلَّذِينَ
वो लोग जो
when
إِذَآ
जब
strikes them
أَصَٰبَتْهُم
पहुँचती है उन्हें
a misfortune
مُّصِيبَةٌ
कोई मुसीबत
they say
قَالُوٓا۟
वो कहते हैं
"Indeed, we
إِنَّا
बेशक हम
belong to Allah
لِلَّهِ
अल्लाह ही के लिए हैं
and indeed we
وَإِنَّآ
और बेशक हम
towards Him
إِلَيْهِ
तरफ़ उसी के
will return"
رَٰجِعُونَ
लौटने वाले हैं
Allatheena itha asabathum museebatun qaloo inna lillahi wainna ilayhi raji'oona (al-Baq̈arah 2:156)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
जो लोग उस समय, जबकि उनपर कोई मुसीबत आती है, कहते है, 'निस्संदेह हम अल्लाह ही के है और हम उसी की ओर लौटने वाले है।'
English Sahih:
Who, when disaster strikes them, say, "Indeed we belong to Allah, and indeed to Him we will return." ([2] Al-Baqarah : 156)