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يٰٓاَيُّهَا الَّذِيْنَ اٰمَنُوا اسْتَعِيْنُوْا بِالصَّبْرِ وَالصَّلٰوةِ ۗ اِنَّ اللّٰهَ مَعَ الصّٰبِرِيْنَ  ( البقرة: ١٥٣ )

O you
يَٰٓأَيُّهَا
ऐ लोगो जो
who
ٱلَّذِينَ
ऐ लोगो जो
believe[d]!
ءَامَنُوا۟
ईमान लाए हो
Seek help
ٱسْتَعِينُوا۟
तुम मदद माँगो
through patience
بِٱلصَّبْرِ
साथ सब्र के
and the prayer
وَٱلصَّلَوٰةِۚ
और नमाज़ के
Indeed
إِنَّ
बेशक
Allah
ٱللَّهَ
अल्लाह
(is) with
مَعَ
साथ है
the patient ones
ٱلصَّٰبِرِينَ
सब्र करने वालों के

Ya ayyuha allatheena amanoo ista'eenoo bialssabri waalssalati inna Allaha ma'a alssabireena (al-Baq̈arah 2:153)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

ऐ ईमान लानेवालो! धैर्य और नमाज़ से मदद प्राप्त। करो। निस्संदेह अल्लाह उन लोगों के साथ है जो धैर्य और दृढ़ता से काम लेते है

English Sahih:

O you who have believed, seek help through patience and prayer. Indeed, Allah is with the patient. ([2] Al-Baqarah : 153)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

ऐ ईमानदारों मुसीबत के वक्त सब्र और नमाज़ के ज़रिए से ख़ुदा की मदद माँगों बेशक ख़ुदा सब्र करने वालों ही का साथी है