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اَللّٰهُ يَسْتَهْزِئُ بِهِمْ وَيَمُدُّهُمْ فِيْ طُغْيَانِهِمْ يَعْمَهُوْنَ   ( البقرة: ١٥ )

Allah
ٱللَّهُ
अल्लाह
mocks
يَسْتَهْزِئُ
मज़ाक़ उड़ाता है
at them
بِهِمْ
उनका
and prolongs them
وَيَمُدُّهُمْ
और वो ढील दे रहा है उन्हें
in
فِى
उनकी सरकशी में
their transgression
طُغْيَٰنِهِمْ
उनकी सरकशी में
they wander blindly
يَعْمَهُونَ
वो भटकते फिरते हैं

Allahu yastahzio bihim wayamudduhum fee tughyanihim ya'mahoona (al-Baq̈arah 2:15)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

अल्लाह उनके साथ परिहास कर रहा है और उन्हें उनकी सरकशी में ढील दिए जाता है, वे भटकते फिर रहे हैं

English Sahih:

[But] Allah mocks them and prolongs them in their transgression [while] they wander blindly. ([2] Al-Baqarah : 15)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

(वह क्या बनाएँगे) खुदा उनको बनाता है और उनको ढील देता है कि वह अपनी सरकशी में ग़लत पेचाँ (उलझे) रहें