۞ وَاِذِ ابْتَلٰٓى اِبْرٰهٖمَ رَبُّهٗ بِكَلِمٰتٍ فَاَتَمَّهُنَّ ۗ قَالَ اِنِّيْ جَاعِلُكَ لِلنَّاسِ اِمَامًا ۗ قَالَ وَمِنْ ذُرِّيَّتِيْ ۗ قَالَ لَا يَنَالُ عَهْدِى الظّٰلِمِيْنَ ( البقرة: ١٢٤ )
Waithi ibtala ibraheema rabbuhu bikalimatin faatammahunna qala innee ja'iluka lilnnasi imaman qala wamin thurriyyatee qala la yanalu 'ahdee alththalimeena (al-Baq̈arah 2:124)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
और याद करो जब इबराहीम की उसके रब से कुछ बातों में परीक्षा ली तो उसने उसको पूरा कर दिखाया। उसने कहा, 'मैं तुझे सारे इनसानों का पेशवा बनानेवाला हूँ।' उसने निवेदन किया, ' और मेरी सन्तान में भी।' उसने कहा, 'ज़ालिम मेरे इस वादे के अन्तर्गत नहीं आ सकते।'
English Sahih:
And [mention, O Muhammad], when Abraham was tried by his Lord with words [i.e., commands] and he fulfilled them. [Allah] said, "Indeed, I will make you a leader for the people." [Abraham] said, "And of my descendants?" [Allah] said, "My covenant does not include the wrongdoers." ([2] Al-Baqarah : 124)
1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi
(ऐ रसूल) बनी इसराईल को वह वक्त भी याद दिलाओ जब इबराहीम को उनके परवरदिगार ने चन्द बातों में आज़माया और उन्होंने पूरा कर दिया तो खुदा ने फरमाया मैं तुमको (लोगों का) पेशवा बनाने वाला हूँ (हज़रत इबराहीम ने) अर्ज़ की और मेरी औलाद में से फरमाया (हाँ मगर) मेरे इस अहद पर ज़ालिमों में से कोई शख्स फ़ायज़ नहीं हो सकता