يٰٓاَيُّهَا الَّذِيْنَ اٰمَنُوْا لَا تَقُوْلُوْا رَاعِنَا وَقُوْلُوا انْظُرْنَا وَاسْمَعُوْا وَلِلْكٰفِرِيْنَ عَذَابٌ اَلِيْمٌ ( البقرة: ١٠٤ )
O you
يَٰٓأَيُّهَا
ऐ लोगो जो
who
ٱلَّذِينَ
ऐ लोगो जो
believe[d]!
ءَامَنُوا۟
ईमान लाए हो
"(Do) not
لَا
ना तुम कहो
say
تَقُولُوا۟
ना तुम कहो
"Raina"
رَٰعِنَا
राइना/रिआयत कीजिए हमारी
and say
وَقُولُوا۟
बल्कि कहो
"Unzurna"
ٱنظُرْنَا
उन्ज़ुरना/नज़र कीजिए हमारी तरफ़
and listen
وَٱسْمَعُوا۟ۗ
और सुना करो
And for the disbelievers
وَلِلْكَٰفِرِينَ
और काफ़िरों के लिए
(is) a punishment
عَذَابٌ
अज़ाब है
painful
أَلِيمٌ
दर्दनाक
Ya ayyuha allatheena amanoo la taqooloo ra'ina waqooloo onthurna waisma'oo walilkafireena 'athabun aleemun (al-Baq̈arah 2:104)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
ऐ ईमान लानेवालो! 'राइना' न कहा करो, बल्कि 'उनज़ुरना' कहा और सुना करो। और इनकार करनेवालों के लिए दुखद यातना है
English Sahih:
O you who have believed, say not [to Allah's Messenger], "Ra’ina" but say, "Unzurna" and listen. And for the disbelievers is a painful punishment. ([2] Al-Baqarah : 104)