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كَمَآ
जैसा कि
أَرْسَلْنَا
भेजा हमने
فِيكُمْ
तुम में
رَسُولًا
एक रसूल
مِّنكُمْ
तुममें से
يَتْلُوا۟
वो तिलावत करता है
عَلَيْكُمْ
तुम पर
ءَايَٰتِنَا
आयात हमारी
وَيُزَكِّيكُمْ
और वो पाक करता है तुम्हें
وَيُعَلِّمُكُمُ
और वो तालीम देता है तुम्हें
ٱلْكِتَٰبَ
किताब
وَٱلْحِكْمَةَ
और हिकमत की
وَيُعَلِّمُكُم
और वो तालीम देता है तुम्हें
مَّا
उसकी जो
لَمْ
ना
تَكُونُوا۟
थे तुम
تَعْلَمُونَ
तुम इल्म रखते

Kama arsalna feekum rasoolan minkum yatloo 'alaykum ayatina wayuzakkeekum wayu'allimukumu alkitaba waalhikmata wayu'allimukum ma lam takoonoo ta'lamoona

जैसाकि हमने तुम्हारे बीच एक रसूल तुम्हीं में से भेजा जो तुम्हें हमारी आयतें सुनाता है, तुम्हें निखारता है, और तुम्हें किताब और हिकमत (तत्वदर्शिता) की शिक्षा देता है और तुम्हें वह कुछ सिखाता है, जो तुम जानते न थे

Tafseer (तफ़सीर )

فَٱذْكُرُونِىٓ
पस याद करो मुझे
أَذْكُرْكُمْ
मैं याद करुँगा तुम्हें
وَٱشْكُرُوا۟
और शुक्र करो मेरा
لِى
और शुक्र करो मेरा
وَلَا
और ना
تَكْفُرُونِ
तुम नाशुक्री करो मेरी

Faothkuroonee athkurkum waoshkuroo lee wala takfurooni

अतः तुम मुझे याद रखो, मैं भी तुम्हें याद रखूँगा। और मेरा आभार स्वीकार करते रहना, मेरे प्रति अकृतज्ञता न दिखलाना

Tafseer (तफ़सीर )

يَٰٓأَيُّهَا
ऐ लोगो जो
ٱلَّذِينَ
ऐ लोगो जो
ءَامَنُوا۟
ईमान लाए हो
ٱسْتَعِينُوا۟
तुम मदद माँगो
بِٱلصَّبْرِ
साथ सब्र के
وَٱلصَّلَوٰةِۚ
और नमाज़ के
إِنَّ
बेशक
ٱللَّهَ
अल्लाह
مَعَ
साथ है
ٱلصَّٰبِرِينَ
सब्र करने वालों के

Ya ayyuha allatheena amanoo ista'eenoo bialssabri waalssalati inna Allaha ma'a alssabireena

ऐ ईमान लानेवालो! धैर्य और नमाज़ से मदद प्राप्त। करो। निस्संदेह अल्लाह उन लोगों के साथ है जो धैर्य और दृढ़ता से काम लेते है

Tafseer (तफ़सीर )

وَلَا
और ना
تَقُولُوا۟
तुम कहो
لِمَن
उन्हें जो
يُقْتَلُ
क़त्ल कर दिए जाऐं
فِى
अल्लाह के रास्ते में
سَبِيلِ
अल्लाह के रास्ते में
ٱللَّهِ
अल्लाह के रास्ते में
أَمْوَٰتٌۢۚ
कि मुर्दा हैं
بَلْ
बल्कि
أَحْيَآءٌ
ज़िन्दा हैं (वो)
وَلَٰكِن
और लेकिन
لَّا
नहीं तुम शऊर रखते
تَشْعُرُونَ
नहीं तुम शऊर रखते

Wala taqooloo liman yuqtalu fee sabeeli Allahi amwatun bal ahyaon walakin la tash'uroona

और जो लोग अल्लाह के मार्ग में मारे जाएँ उन्हें मुर्दा न कहो, बल्कि वे जीवित है, परन्तु तुम्हें एहसास नहीं होता

Tafseer (तफ़सीर )

وَلَنَبْلُوَنَّكُم
और अलबत्ता हम ज़रूर आज़माऐंगे
بِشَىْءٍ
साथ किसी भी चीज़ के
مِّنَ
ख़ौफ़ से
ٱلْخَوْفِ
ख़ौफ़ से
وَٱلْجُوعِ
और भूख से
وَنَقْصٍ
और कमी (करके)
مِّنَ
मालों से
ٱلْأَمْوَٰلِ
मालों से
وَٱلْأَنفُسِ
और जानों से
وَٱلثَّمَرَٰتِۗ
और फलों से
وَبَشِّرِ
और ख़ुशख़बरी दे दीजिए
ٱلصَّٰبِرِينَ
सब्र करने वालों को

Walanabluwannakum bishayin mina alkhawfi waaljoo'i wanaqsin mina alamwali waalanfusi waalththamarati wabashshiri alssabireena

और हम अवश्य ही कुछ भय से, और कुछ भूख से, और कुछ जान-माल और पैदावार की कमी से तुम्हारी परीक्षा लेंगे। और धैर्य से काम लेनेवालों को शुभ-सूचना दे दो

Tafseer (तफ़सीर )

ٱلَّذِينَ
वो लोग जो
إِذَآ
जब
أَصَٰبَتْهُم
पहुँचती है उन्हें
مُّصِيبَةٌ
कोई मुसीबत
قَالُوٓا۟
वो कहते हैं
إِنَّا
बेशक हम
لِلَّهِ
अल्लाह ही के लिए हैं
وَإِنَّآ
और बेशक हम
إِلَيْهِ
तरफ़ उसी के
رَٰجِعُونَ
लौटने वाले हैं

Allatheena itha asabathum museebatun qaloo inna lillahi wainna ilayhi raji'oona

जो लोग उस समय, जबकि उनपर कोई मुसीबत आती है, कहते है, 'निस्संदेह हम अल्लाह ही के है और हम उसी की ओर लौटने वाले है।'

Tafseer (तफ़सीर )

أُو۟لَٰٓئِكَ
यही वो लोग हैं
عَلَيْهِمْ
जिन पर
صَلَوَٰتٌ
नवाज़िशें/इनायतें हैं
مِّن
उनके रब की तरफ़ से
رَّبِّهِمْ
उनके रब की तरफ़ से
وَرَحْمَةٌۖ
और रहमत है
وَأُو۟لَٰٓئِكَ
और यही लोग हैं
هُمُ
वो
ٱلْمُهْتَدُونَ
जो हिदायत याफ़्ता हैं

Olaika 'alayhim salawatun min rabbihim warahmatun waolaika humu almuhtadoona

यही लोग है जिनपर उनके रब की विशेष कृपाएँ है और दयालुता भी; और यही लोग है जो सीधे मार्ग पर हैं

Tafseer (तफ़सीर )

إِنَّ
बेशक
ٱلصَّفَا
सफ़ा
وَٱلْمَرْوَةَ
और मरवा
مِن
निशानियों में से हैं
شَعَآئِرِ
निशानियों में से हैं
ٱللَّهِۖ
अल्लाह की
فَمَنْ
पस जो कोई
حَجَّ
हज करे
ٱلْبَيْتَ
बैतुल्लाह का
أَوِ
या
ٱعْتَمَرَ
उमरा करे
فَلَا
तो नहीं
جُنَاحَ
कोई गुनाह
عَلَيْهِ
उस पर
أَن
कि
يَطَّوَّفَ
वो तवाफ़ (सई) करे
بِهِمَاۚ
उन दोनों का
وَمَن
और जो कोई
تَطَوَّعَ
ख़ुशी से करे
خَيْرًا
कोई नेकी
فَإِنَّ
तो बेशक
ٱللَّهَ
अल्लाह
شَاكِرٌ
क़द्रदान है
عَلِيمٌ
ख़ूब जानने वाला है

Inna alssafa waalmarwata min sha'airi Allahi faman hajja albayta awi i'tamara fala junaha 'alayhi an yattawwafa bihima waman tatawwa'a khayran fainna Allaha shakirun 'aleemun

निस्संदेह सफ़ा और मरवा अल्लाह की विशेष निशानियों में से हैं; अतः जो इस घर (काबा) का हज या उमपा करे, उसके लिए इसमें कोई दोष नहीं कि वह इन दोनों (पहाडियों) के बीच फेरा लगाए। और जो कोई स्वेच्छा और रुचि से कोई भलाई का कार्य करे तो अल्लाह भी गुणग्राहक, सर्वज्ञ है

Tafseer (तफ़सीर )

إِنَّ
बेशक
ٱلَّذِينَ
वो लोग जो
يَكْتُمُونَ
छुपाते हैं
مَآ
उसे जो
أَنزَلْنَا
नाज़िल किया हमने
مِنَ
वाज़ेह निशानियों में से
ٱلْبَيِّنَٰتِ
वाज़ेह निशानियों में से
وَٱلْهُدَىٰ
और हिदायत में से
مِنۢ
बाद उसके
بَعْدِ
बाद उसके
مَا
जो
بَيَّنَّٰهُ
वाज़ेह कर दिया हमने उसे
لِلنَّاسِ
लोगों के लिए
فِى
किताब में
ٱلْكِتَٰبِۙ
किताब में
أُو۟لَٰٓئِكَ
यही वो लोग हैं
يَلْعَنُهُمُ
लानत करता है उन पर
ٱللَّهُ
अल्लाह
وَيَلْعَنُهُمُ
और लानत करते हैं उन पर
ٱللَّٰعِنُونَ
लानत करने वाले

Inna allatheena yaktumoona ma anzalna mina albayyinati waalhuda min ba'di ma bayyannahu lilnnasi fee alkitabi olaika yal'anuhumu Allahu wayal'anuhumu alla'inoona

जो लोग हमारी उतारी हुई खुली निशानियों और मार्गदर्शन को छिपाते है, इसके बाद कि हम उन्हें लोगों के लिए किताब में स्पष्ट कर चुके है; वही है जिन्हें अल्लाह धिक्कारता है - और सभी धिक्कारने वाले भी उन्हें धिक्कारते है

Tafseer (तफ़सीर )

إِلَّا
सिवाय
ٱلَّذِينَ
उनके जिन्होंने
تَابُوا۟
तौबा की
وَأَصْلَحُوا۟
और इस्लाह की
وَبَيَّنُوا۟
और वाज़ेह कर दिया
فَأُو۟لَٰٓئِكَ
तो यही वो लोग हैं
أَتُوبُ
मैं मेहरबान होता हूँ
عَلَيْهِمْۚ
उन पर
وَأَنَا
और मैं
ٱلتَّوَّابُ
बहुत तौबा क़ुबूल करने वाला हूँ
ٱلرَّحِيمُ
निहायत रहम करने वाला हूँ

Illa allatheena taboo waaslahoo wabayyanoo faolaika atoobu 'alayhim waana alttawwabu alrraheemu

सिवाय उनके जिन्होंने तौबा कर ली और सुधार कर लिया, और साफ़-साफ़ बयान कर दिया, तो उनकी तौबा मैं क़बूल करूँगा; मैं बड़ा तौबा क़बूल करनेवाला, अत्यन्त दयावान हूँ

Tafseer (तफ़सीर )