Skip to main content

إِذْ
जब
قَالَ
कहा
لَهُۥ
उसको
رَبُّهُۥٓ
उसके रब ने
أَسْلِمْۖ
फ़रमाबरदार हो जा
قَالَ
उसने कहा
أَسْلَمْتُ
मैं फ़रमाबरदार हो गया
لِرَبِّ
रब के लिए
ٱلْعَٰلَمِينَ
तमाम जहानों के

Ith qala lahu rabbuhu aslim qala aslamtu lirabbi al'alameena

क्योंकि जब उससे रब ने कहा, 'मुस्लिम (आज्ञाकारी) हो जा।' उसने कहा, 'मैं सारे संसार के रब का मुस्लिम हो गया।'

Tafseer (तफ़सीर )

وَوَصَّىٰ
और वसीयत की
بِهَآ
उसकी
إِبْرَٰهِۦمُ
इब्राहीम ने
بَنِيهِ
अपने बेटों को
وَيَعْقُوبُ
और याक़ूब ने
يَٰبَنِىَّ
ऐ मेरे बेटो
إِنَّ
बेशक
ٱللَّهَ
अल्लाह ने
ٱصْطَفَىٰ
चुन लिया
لَكُمُ
तुम्हारे लिए
ٱلدِّينَ
दीन को
فَلَا
पस तुम हरगिज़ ना मरना
تَمُوتُنَّ
पस तुम हरगिज़ ना मरना
إِلَّا
मगर
وَأَنتُم
इस हाल में कि तुम
مُّسْلِمُونَ
मुसलमान हो

Wawassa biha ibraheemu baneehi waya'qoobu ya baniyya inna Allaha istafa lakumu alddeena fala tamootunna illa waantum muslimoona

और इसी की वसीयत इबराहीम ने अपने बेटों को की और याक़ूब ने भी (अपनी सन्तानों को की) कि, 'ऐ मेरे बेटों! अल्लाह ने तुम्हारे लिए यही दीन (धर्म) चुना है, तो इस्लाम (ईश-आज्ञापालन) को अतिरिक्त किसी और दशा में तुम्हारी मृत्यु न हो।'

Tafseer (तफ़सीर )

أَمْ
क्या
كُنتُمْ
थे तुम
شُهَدَآءَ
मौजूद
إِذْ
जब
حَضَرَ
आई
يَعْقُوبَ
याक़ूब को
ٱلْمَوْتُ
मौत
إِذْ
जब
قَالَ
उसने कहा
لِبَنِيهِ
अपने बेटों से
مَا
किस की
تَعْبُدُونَ
तुम इबादत करोगे
مِنۢ
मेरे बाद
بَعْدِى
मेरे बाद
قَالُوا۟
उन्होंने कहा
نَعْبُدُ
हम इबादत करेंगे
إِلَٰهَكَ
तेरे इलाह की
وَإِلَٰهَ
और इलाह की
ءَابَآئِكَ
तेरे आबा ओ अजदाद के
إِبْرَٰهِۦمَ
इब्राहीम
وَإِسْمَٰعِيلَ
और इस्माईल
وَإِسْحَٰقَ
और इस्हाक़ के
إِلَٰهًا
इलाह की
وَٰحِدًا
एक ही की
وَنَحْنُ
और हम
لَهُۥ
उसी के लिए
مُسْلِمُونَ
फ़रमाबरदार हैं

Am kuntum shuhadaa ith hadara ya'qooba almawtu ith qala libaneehi ma ta'budoona min ba'dee qaloo na'budu ilahaka wailaha abaika ibraheema waisma'eela waishaqa ilahan wahidan wanahnu lahu muslimoona

(क्या तुम इबराहीम के वसीयत करते समय मौजूद थे? या तुम मौजूद थे जब याक़ूब की मृत्यु का समय आया? जब उसने बेटों से कहा, 'तुम मेरे पश्चात किसकी इबादत करोगे?' उन्होंने कहा, 'हम आपके इष्ट-पूज्य और आपके पूर्वज इबराहीम और इसमाईल और इसहाक़ के इष्ट-पूज्य की बन्दगी करेंगे - जो अकेला इष्ट-पूज्य है, और हम उसी के आज्ञाकारी (मुस्लिम) हैं।'

Tafseer (तफ़सीर )

تِلْكَ
ये
أُمَّةٌ
एक उम्मत थी
قَدْ
तहक़ीक़
خَلَتْۖ
वो गुज़र गई
لَهَا
उसके लिए है
مَا
जो
كَسَبَتْ
उसने कमाया
وَلَكُم
और तुम्हारे लिए है
مَّا
जो
كَسَبْتُمْۖ
कमाया तुमने
وَلَا
और ना
تُسْـَٔلُونَ
तुम सवाल किए जाओगे
عَمَّا
उसके बारे में जो
كَانُوا۟
थे वो
يَعْمَلُونَ
वो अमल करते

Tilka ommatun qad khalat laha ma kasabat walakum ma kasabtum wala tusaloona 'amma kano ya'maloona

वह एक गिरोह था जो गुज़र चुका, जो कुछ उसने कमाया वह उसका है, और जो कुछ तुमने कमाया वह तुम्हारा है। और जो कुछ वे करते रहे उसके विषय में तुमसे कोई पूछताछ न की जाएगी

Tafseer (तफ़सीर )

وَقَالُوا۟
और उन्होंने कहा
كُونُوا۟
हो जाओ
هُودًا
यहूदी
أَوْ
या
نَصَٰرَىٰ
नस्रानी
تَهْتَدُوا۟ۗ
तुम हिदायत पा लोगे
قُلْ
कह दीजिए
بَلْ
बल्कि
مِلَّةَ
मिल्लत
إِبْرَٰهِۦمَ
इब्राहीम की
حَنِيفًاۖ
जो यकसू था
وَمَا
और नहीं
كَانَ
था वो
مِنَ
मुशरिकीन में से
ٱلْمُشْرِكِينَ
मुशरिकीन में से

Waqaloo koonoo hoodan aw nasara tahtadoo qul bal millata ibraheema haneefan wama kana mina almushrikeena

वे कहते हैं, 'यहूदी या ईसाई हो जाओ तो मार्ग पर लोगे।' कहो, 'नहीं, बल्कि इबराहीम का पंथ अपनाओ जो एक (अल्लाह) का हो गया था, और वह बहुदेववादियों में से न था।'

Tafseer (तफ़सीर )

قُولُوٓا۟
कहो तुम
ءَامَنَّا
ईमान लाए हम
بِٱللَّهِ
अल्लाह पर
وَمَآ
और (उस पर) जो
أُنزِلَ
नाज़िल किया गया
إِلَيْنَا
तरफ़ हमारे
وَمَآ
और जो
أُنزِلَ
नाज़िल किया गया
إِلَىٰٓ
तरफ़
إِبْرَٰهِۦمَ
इब्राहीम के
وَإِسْمَٰعِيلَ
और इस्माईल
وَإِسْحَٰقَ
और इस्हाक़
وَيَعْقُوبَ
और याक़ूब
وَٱلْأَسْبَاطِ
और औलादे याक़ूब के
وَمَآ
और जो
أُوتِىَ
दिए गए
مُوسَىٰ
मूसा
وَعِيسَىٰ
और ईसा
وَمَآ
और जो
أُوتِىَ
दिए गए
ٱلنَّبِيُّونَ
तमाम अम्बिया
مِن
अपने रब की तरफ़ से
رَّبِّهِمْ
अपने रब की तरफ़ से
لَا
नहीं हम फ़र्क़ करते
نُفَرِّقُ
नहीं हम फ़र्क़ करते
بَيْنَ
दर्मियान
أَحَدٍ
किसी एक के
مِّنْهُمْ
उनमें से
وَنَحْنُ
और हम
لَهُۥ
उसी के लिए
مُسْلِمُونَ
फ़रमाबरदार हैं

Qooloo amanna biAllahi wama onzila ilayna wama onzila ila ibraheema waisma'eela waishaqa waya'qooba waalasbati wama ootiya moosa wa'eesa wama ootiya alnnabiyyoona min rabbihim la nufarriqu bayna ahadin minhum wanahnu lahu muslimoona

कहो, 'हम ईमान लाए अल्लाह पर और उस चीज़ पर जो हमारी ओर से उतरी और जो इबराहीम और इसमाईल और इसहाक़ और याक़ूब और उसकी संतान की ओर उतरी, और जो मूसा और ईसा को मिली, और जो सभी नबियों को उनके रब की ओर से प्रदान की गई। हम उनमें से किसी के बीच अन्तर नहीं करते और हम केवल उसी के आज्ञाकारी हैं।'

Tafseer (तफ़सीर )

فَإِنْ
फिर अगर
ءَامَنُوا۟
वो ईमान ले आऐं
بِمِثْلِ
जिस तरह
مَآ
जिस तरह
ءَامَنتُم
ईमान लाए तुम
بِهِۦ
साथ उसके
فَقَدِ
पस तहक़ीक़
ٱهْتَدَوا۟ۖ
वो हिदायत पा गए
وَّإِن
और अगर
تَوَلَّوْا۟
वो मुँह फेर लें
فَإِنَّمَا
तो बेशक
هُمْ
वो
فِى
इख़्तिलाफ़ में हैं
شِقَاقٍۖ
इख़्तिलाफ़ में हैं
فَسَيَكْفِيكَهُمُ
पस अनक़रीब काफ़ी होगा आपको उनसे
ٱللَّهُۚ
अल्लाह
وَهُوَ
और वो
ٱلسَّمِيعُ
ख़ूब सुनने वाला है
ٱلْعَلِيمُ
ख़ूब जानने वाला है

Fain amanoo bimithli ma amantum bihi faqadi ihtadaw wain tawallaw fainnama hum fee shiqaqin fasayakfeekahumu Allahu wahuwa alssamee'u al'aleemu

फिर यदि वे उसी तरह ईमान लाएँ जिस तरह तुम ईमान लाए हो, तो उन्होंने मार्ग पा लिया। और यदि वे मुँह मोड़े, तो फिर वही विरोध में पड़े हुए है। अतः तुम्हारी जगह स्वयं अल्लाह उनसे निबटने के लिए काफ़ी है; वह सब कुछ सुनता, जानता है

Tafseer (तफ़सीर )

صِبْغَةَ
रंग
ٱللَّهِۖ
अल्लाह का
وَمَنْ
और कौन
أَحْسَنُ
ज़्यादा अच्छा है
مِنَ
अल्लाह से
ٱللَّهِ
अल्लाह से
صِبْغَةًۖ
रंग में
وَنَحْنُ
और हम
لَهُۥ
उसी की
عَٰبِدُونَ
इबादत करने वाले हैं

Sibghata Allahi waman ahsanu mina Allahi sibghatan wanahnu lahu 'abidoona

(कहो,) 'अल्लाह का रंग ग्रहण करो, उसके रंग से अच्छा और किसका रंह हो सकता है? और हम तो उसी की बन्दगी करते हैं।'

Tafseer (तफ़सीर )

قُلْ
कह दीजिए
أَتُحَآجُّونَنَا
क्या तुम झगड़ा करते हो हमसे
فِى
अल्लाह के बारे में
ٱللَّهِ
अल्लाह के बारे में
وَهُوَ
हालाँकि वो
رَبُّنَا
रब है हमारा
وَرَبُّكُمْ
और रब है तुम्हारा
وَلَنَآ
और हमारे लिए हैं
أَعْمَٰلُنَا
आमाल हमारे
وَلَكُمْ
और तुम्हारे लिए हैं
أَعْمَٰلُكُمْ
आमाल तुम्हारे
وَنَحْنُ
और हम
لَهُۥ
उसी के लिए
مُخْلِصُونَ
मुख़लिस हैं

Qul atuhajjoonana fee Allahi wahuwa rabbuna warabbukum walana a'maluna walakum a'malukum wanahnu lahu mukhlisoona

कहो, 'क्या तुम अल्लाह के विषय में हमसे झगड़ते हो, हालाँकि वही हमारा रब भी है, और तुम्हारा रब भी? और हमारे लिए हमारे कर्म हैं और तुम्हारे लिए तुम्हारे कर्म। और हम तो बस निरे उसी के है।'

Tafseer (तफ़सीर )

أَمْ
या
تَقُولُونَ
तुम कहते हो
إِنَّ
बेशक
إِبْرَٰهِۦمَ
इब्राहीम
وَإِسْمَٰعِيلَ
और इस्माईल
وَإِسْحَٰقَ
और इस्हाक़
وَيَعْقُوبَ
और याक़ूब
وَٱلْأَسْبَاطَ
और औलादे याक़ूब
كَانُوا۟
थे वो
هُودًا
यहूदी
أَوْ
या
نَصَٰرَىٰۗ
नस्रानी
قُلْ
कह दीजिए
ءَأَنتُمْ
क्या तुम
أَعْلَمُ
ज़्यादा जानते हो
أَمِ
या
ٱللَّهُۗ
अल्लाह
وَمَنْ
और कौन
أَظْلَمُ
बड़ा ज़ालिम है
مِمَّن
उससे जो
كَتَمَ
छुपाए
شَهَٰدَةً
गवाही को
عِندَهُۥ
जो पास है उसके
مِنَ
अल्लाह की तरफ़ से
ٱللَّهِۗ
अल्लाह की तरफ़ से
وَمَا
और नहीं
ٱللَّهُ
अल्लाह
بِغَٰفِلٍ
ग़ाफ़िल
عَمَّا
उससे जो
تَعْمَلُونَ
तुम अमल करते हो

Am taqooloona inna ibraheema waisma'eela waishaqa waya'qooba waalasbata kanoo hoodan aw nasara qul aantum a'lamu ami Allahu waman athlamu mimman katama shahadatan 'indahu mina Allahi wama Allahu bighafilin 'amma ta'maloona

या तुम कहते हो कि इबराहीम और इसमाईल और इसहाक़ और याक़ूब और उनकी संतान सब के सब यहूदी या ईसाई थे? कहो, 'तुम अधिक जानते हो या अल्लाह? और उससे बढ़कर ज़ालिम कौन होगा, जिसके पास अल्लाह की ओर से आई हुई कोई गवाही हो, और वह उसे छिपाए? और जो कुछ तुम कर रहे हो, अल्लाह उससे बेखबर नहीं है।'

Tafseer (तफ़सीर )