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تَكَادُ السَّمٰوٰتُ يَتَفَطَّرْنَ مِنْهُ وَتَنْشَقُّ الْاَرْضُ وَتَخِرُّ الْجِبَالُ هَدًّا ۙ  ( مريم: ٩٠ )

Almost
تَكَادُ
क़रीब है
the heavens
ٱلسَّمَٰوَٰتُ
आसमान
get torn
يَتَفَطَّرْنَ
कि वो फट पड़ें
therefrom
مِنْهُ
उससे
and splits asunder
وَتَنشَقُّ
और शक़ हो जाए
the earth
ٱلْأَرْضُ
ज़मीन
and collapse
وَتَخِرُّ
और गिर पड़ें
the mountain
ٱلْجِبَالُ
पहाड़
(in) devastation
هَدًّا
रेज़ा-रेज़ा होकर

Takadu alssamawatu yatafattarna minhu watanshaqqu alardu watakhirru aljibalu haddan (Maryam 19:90)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

निकट है कि आकाश इससे फट पड़े और धरती टुकड़े-टुकड़े हो जाए और पहाड़ धमाके के साथ गिर पड़े,

English Sahih:

The heavens almost rupture therefrom and the earth splits open and the mountains collapse in devastation ([19] Maryam : 90)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

कि क़रीब है कि आसमान उससे फट पड़े और ज़मीन शिगाफता हो जाए और पहाड़ टुकड़े-टुकडे होकर गिर पड़े