وَكَمْ اَهْلَكْنَا قَبْلَهُمْ مِّنْ قَرْنٍ هُمْ اَحْسَنُ اَثَاثًا وَّرِءْيًا ( مريم: ٧٤ )
And how many
وَكَمْ
और कितनी ही
We destroyed
أَهْلَكْنَا
हलाक कर दीं हमने
before them
قَبْلَهُم
इनसे पहले
of
مِّن
उम्मतें
a generation -
قَرْنٍ
उम्मतें
they
هُمْ
वो
(were) better
أَحْسَنُ
ज़्यादा अच्छे थे
(in) possessions
أَثَٰثًا
साज़ो सामान में
and appearance?
وَرِءْيًا
और नमूद व नुमाइश में
Wakam ahlakna qablahum min qarnin hum ahsanu athathan wariyan (Maryam 19:74)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
हालाँकि उनसे पहले हम कितनी ही नसलों को विनष्ट कर चुके है जो सामग्री और बाह्य भव्यता में इनसे कहीं अच्छी थीं!
English Sahih:
And how many a generation have We destroyed before them who were better in possessions and [outward] appearance? ([19] Maryam : 74)