تِلْكَ الْجَنَّةُ الَّتِيْ نُوْرِثُ مِنْ عِبَادِنَا مَنْ كَانَ تَقِيًّا ( مريم: ٦٣ )
This
تِلْكَ
ये है
(is) Paradise
ٱلْجَنَّةُ
जन्नत
which
ٱلَّتِى
जिसका
We give (as) inheritance
نُورِثُ
हम वारिस बनाऐंगे
[of] (to)
مِنْ
अपने बन्दों में से
Our slaves
عِبَادِنَا
अपने बन्दों में से
(the one) who
مَن
उसे जो
is
كَانَ
होगा
righteous
تَقِيًّا
मुत्तक़ी/डरने वाला
Tilka aljannatu allatee noorithu min 'ibadina man kana taqiyyan (Maryam 19:63)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
यह है वह जन्नत जिसका वारिस हम अपने बन्दों में से हर उस व्यक्ति को बनाएँगे, जो डर रखनेवाला हो
English Sahih:
That is Paradise, which We give as inheritance to those of Our servants who were fearing of Allah. ([19] Maryam : 63)