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قَالَ
कहा
كَذَٰلِكِ
इसी तरह (होगा)
قَالَ
कहा
رَبُّكِ
तेरे रब ने
هُوَ
वो
عَلَىَّ
मुझ पर
هَيِّنٌۖ
बहुत आसान है
وَلِنَجْعَلَهُۥٓ
और ताकि हम बना दें उसे
ءَايَةً
एक निशानी
لِّلنَّاسِ
लोगों के लिए
وَرَحْمَةً
और रहमत
مِّنَّاۚ
अपनी तरफ़ से
وَكَانَ
और है
أَمْرًا
एक काम
مَّقْضِيًّا
तयशुदा

Qala kathaliki qala rabbuki huwa 'alayya hayyinun walinaj'alahu ayatan lilnnasi warahmatan minna wakana amran maqdiyyan

उसने कहा, 'ऐसा ही होगा। रब ने कहा है कि यह मेरे लिए सहज है। और ऐसा इसलिए होगा (ताकि हम तुझे) और ताकि हम उसे लोगों के लिए एक निशानी बनाएँ और अपनी ओर से एक दयालुता। यह तो ऐसी बात है जिसका निर्णय हो चुका है।'

Tafseer (तफ़सीर )

فَحَمَلَتْهُ
तो हमल ठहर गया उसे उसका
فَٱنتَبَذَتْ
फिर वो अलग हो गई
بِهِۦ
साथ उसके
مَكَانًا
एक जगह पर
قَصِيًّا
दूर की

Fahamalathu faintabathat bihi makanan qasiyyan

फिर उसे उस (बच्चे) का गर्भ रह गया और वह उसे लिए हुए एक दूर के स्थान पर अलग चली गई।

Tafseer (तफ़सीर )

فَأَجَآءَهَا
तो ले आया उसे
ٱلْمَخَاضُ
दर्दे ज़ह
إِلَىٰ
तरफ़
جِذْعِ
तने के
ٱلنَّخْلَةِ
खजूर के
قَالَتْ
वो कहने लगी
يَٰلَيْتَنِى
ऐ काश कि मैं
مِتُّ
मर जाती मैं
قَبْلَ
पहले
هَٰذَا
इससे
وَكُنتُ
और होती मैं
نَسْيًا
भूली-बिसरी
مَّنسِيًّا
भूली-बिसरी

Faajaaha almakhadu ila jith'i alnnakhlati qalat ya laytanee mittu qabla hatha wakuntu nasyan mansiyyan

अन्ततः प्रसव पीड़ा उसे एक खजूर के तने के पास ले आई। वह कहने लगी, 'क्या ही अच्छा होता कि मैं इससे पहले ही मर जाती और भूली-बिसरी हो गई होती!'

Tafseer (तफ़सीर )

فَنَادَىٰهَا
तो पुकारा उसे (फ़रिश्ते ने)
مِن
उसके नीचे से
تَحْتِهَآ
उसके नीचे से
أَلَّا
कि ना
تَحْزَنِى
तू ग़मगीन हो
قَدْ
तहक़ीक़
جَعَلَ
बना दिया
رَبُّكِ
तेरे रब ने
تَحْتَكِ
तेरे नीचे
سَرِيًّا
एक चश्मा

Fanadaha min tahtiha alla tahzanee qad ja'ala rabbuki tahtaki sariyyan

उस समय उसे उसके नीचे से पुकारा, 'शोकाकुल न हो। तेरे रब ने तेरे नीचे एक स्रोत प्रवाहित कर रखा है।

Tafseer (तफ़सीर )

وَهُزِّىٓ
और हिला ले
إِلَيْكِ
तरफ़ अपने
بِجِذْعِ
तने को
ٱلنَّخْلَةِ
खजूर के
تُسَٰقِطْ
वो गिराएगा
عَلَيْكِ
तुझ पर
رُطَبًا
पकी हुई खजूर
جَنِيًّا
तरो-ताज़ा

Wahuzzee ilayki bijith'i alnnakhlati tusaqit 'alayki rutaban janiyyan

तू खजूर के उस वृक्ष के तने को पकड़कर अपनी ओर हिला। तेरे ऊपर ताज़ा पकी-पकी खजूरें टपक पड़ेगी

Tafseer (तफ़सीर )

فَكُلِى
फिर खा
وَٱشْرَبِى
और पी
وَقَرِّى
और ठंडी कर
عَيْنًاۖ
आँखें
فَإِمَّا
फिर अगर
تَرَيِنَّ
तू देखे
مِنَ
इन्सान में से
ٱلْبَشَرِ
इन्सान में से
أَحَدًا
किसी एक को
فَقُولِىٓ
तो कह दे
إِنِّى
बेशक मैं
نَذَرْتُ
नज़र मानी है मैंने
لِلرَّحْمَٰنِ
रहमान के लिए
صَوْمًا
रोज़े की
فَلَنْ
तो हरगिज़ नहीं
أُكَلِّمَ
मैं कलाम करूँगी
ٱلْيَوْمَ
आज
إِنسِيًّا
किसी इन्सान से

Fakulee waishrabee waqarree 'aynan faimma tarayinna mina albashari ahadan faqoolee innee nathartu lilrrahmani sawman falan okallima alyawma insiyyan

अतः तू उसे खा और पी और आँखें ठंडी कर। फिर यदि तू किसी आदमी को देखे तो कह देना, मैंने तो रहमान के लिए रोज़े की मन्नत मानी है। इसलिए मैं आज किसी मनुष्य से न बोलूँगी।'

Tafseer (तफ़सीर )

فَأَتَتْ
तो वो ले आई
بِهِۦ
उसे
قَوْمَهَا
अपनी क़ौम के पास
تَحْمِلُهُۥۖ
वो उठाए हुए थी उसे
قَالُوا۟
वो कहने लगे
يَٰمَرْيَمُ
ऐ मरियम
لَقَدْ
अलबत्ता तहक़ीक़
جِئْتِ
लाई है तू
شَيْـًٔا
एक चीज़
فَرِيًّا
बहुत बुरी/अजीब

Faatat bihi qawmaha tahmiluhu qaloo ya maryamu laqad jiti shayan fariyyan

फिर वह उस बच्चे को लिए हुए अपनी क़ौम के लोगों के पास आई। वे बोले, 'ऐ मरयम, तूने तो बड़ा ही आश्चर्य का काम कर डाला!

Tafseer (तफ़सीर )

يَٰٓأُخْتَ
ऐ बहन
هَٰرُونَ
हारून की
مَا
ना
كَانَ
था
أَبُوكِ
बाप तेरा
ٱمْرَأَ
आदमी
سَوْءٍ
बुरा
وَمَا
और ना
كَانَتْ
थी
أُمُّكِ
माँ तेरी
بَغِيًّا
बदकार

Ya okhta haroona ma kana abooki imraa sawin wama kanat ommuki baghiyyan

हे हारून की बहन! न तो तेरा बाप ही कोई बुरा आदमी था और न तेरी माँ ही बदचलन थी।'

Tafseer (तफ़सीर )

فَأَشَارَتْ
तो उसने इशारा कर दिया
إِلَيْهِۖ
तरफ़ उसके
قَالُوا۟
उन्होंने कहा
كَيْفَ
किस तरह
نُكَلِّمُ
हम कलाम करें
مَن
उससे जो
كَانَ
है वो
فِى
पंघोड़े में
ٱلْمَهْدِ
पंघोड़े में
صَبِيًّا
एक बच्चा

Faasharat ilayhi qaloo kayfa nukallimu man kana fee almahdi sabiyyan

तब उसने उस (बच्चे) की ओर संकेत किया। वे कहने लगे, 'हम उससे कैसे बात करें जो पालने में पड़ा हुआ एक बच्चा है?'

Tafseer (तफ़सीर )

قَالَ
वो बोला
إِنِّى
बेशक मैं
عَبْدُ
बंदा हूँ
ٱللَّهِ
अल्लाह का
ءَاتَىٰنِىَ
उसने दी मुझे
ٱلْكِتَٰبَ
किताब
وَجَعَلَنِى
और उसने बनाया मुझे
نَبِيًّا
नबी

Qala innee 'abdu Allahi ataniya alkitaba waja'alanee nabiyyan

उसने कहा, 'मैं अल्लाह का बन्दा हूँ। उसने मुझे किताब दी और मुझे नबी बनाया

Tafseer (तफ़सीर )