قَالَ فَاِنِ اتَّبَعْتَنِيْ فَلَا تَسْـَٔلْنِيْ عَنْ شَيْءٍ حَتّٰٓى اُحْدِثَ لَكَ مِنْهُ ذِكْرًا ࣖ ( الكهف: ٧٠ )
He said
قَالَ
कहा
"Then if
فَإِنِ
फिर अगर
you follow me
ٱتَّبَعْتَنِى
पैरवी करो तुम मेरी
(do) not
فَلَا
पस ना
ask me
تَسْـَٔلْنِى
तुम सवाल करना मुझसे
about
عَن
किसी चीज़ के बारे में
anything
شَىْءٍ
किसी चीज़ के बारे में
until
حَتَّىٰٓ
यहाँ तक कि
I present
أُحْدِثَ
मैं बयान करूँ
to you
لَكَ
तुम्हारे लिए
of it
مِنْهُ
उसका
a mention"
ذِكْرًا
ज़िक्र
Qala faini ittaba'tanee fala tasalnee 'an shayin hatta ohditha laka minhu thikran (al-Kahf 18:70)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
उसने कहा, 'अच्छा, यदि तुम मेरे साथ चलते हो तो मुझसे किसी चीज़ के विषय में न पूछना, यहाँ तक कि मैं स्वयं ही तुमसे उसकी चर्चा करूँ।'
English Sahih:
He said, "Then if you follow me, do not ask me about anything until I make to you about it mention [i.e., explanation]." ([18] Al-Kahf : 70)