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قَالَ اِنَّكَ لَنْ تَسْتَطِيْعَ مَعِيَ صَبْرًا   ( الكهف: ٦٧ )

He said
قَالَ
उसने कहा
"Indeed you
إِنَّكَ
बेशक तुम
never
لَن
हरगिज़ ना
will be able
تَسْتَطِيعَ
तुम इस्तिताअत रखोगे
with me
مَعِىَ
मेरे साथ
(to have) patience
صَبْرًا
सब्र की

Qala innaka lan tastatee'a ma'iya sabran (al-Kahf 18:67)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

उसने कहा, 'तुम मेरे साथ धैर्य न रख सकोगे,

English Sahih:

He said, "Indeed, with me you will never be able to have patience. ([18] Al-Kahf : 67)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

कि जो रहनुमाई का इल्म आपको है (ख़ुदा की तरफ से) सिखाया गया है उसमें से कुछ मुझे भी सिखा दीजिए खिज्र ने कहा (मै सिखा दूँगा मगर) आपसे मेरे साथ सब्र न हो सकेगा