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قَالَ اَرَاَيْتَ اِذْ اَوَيْنَآ اِلَى الصَّخْرَةِ فَاِنِّيْ نَسِيْتُ الْحُوْتَۖ وَمَآ اَنْسٰىنِيْهُ اِلَّا الشَّيْطٰنُ اَنْ اَذْكُرَهٗۚ وَاتَّخَذَ سَبِيْلَهٗ فِى الْبَحْرِ عَجَبًا   ( الكهف: ٦٣ )

He said
قَالَ
उसने कहा
"Did you see
أَرَءَيْتَ
क्या देखा तुमने
when
إِذْ
जब
we retired
أَوَيْنَآ
पनाह ली थी हमने
to
إِلَى
तरफ़ चट्टान के
the rock?
ٱلصَّخْرَةِ
तरफ़ चट्टान के
Then indeed I
فَإِنِّى
तो बेशक मैं
[I] forgot
نَسِيتُ
भूल गया था मैं
the fish
ٱلْحُوتَ
मछली को
And not
وَمَآ
और नहीं
made me forget it
أَنسَىٰنِيهُ
भुलाया मुझे उसको
except
إِلَّا
मगर
the Shaitaan
ٱلشَّيْطَٰنُ
शैतान ने
that
أَنْ
कि
I mention it
أَذْكُرَهُۥۚ
मैं ज़िक्र करूँ उसका
And it took
وَٱتَّخَذَ
और उसने बना लिया था
its way
سَبِيلَهُۥ
रास्ता अपना
into
فِى
समुन्दर में
the sea
ٱلْبَحْرِ
समुन्दर में
amazingly"
عَجَبًا
अजीब तरह से

Qala araayta ith awayna ila alssakhrati fainnee naseetu alhoota wama ansaneehu illa alshshaytanu an athkurahu waittakhatha sabeelahu fee albahri 'ajaban (al-Kahf 18:63)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

उसने कहा, 'ज़रा देखिए तो सही, जब हम उस चट्टान के पास ठहरे हुए थे तो मैं मछली को भूल ही गया - और शैतान ही ने उसको याद रखने से मुझे ग़ाफ़िल कर दिया - और उसने आश्चर्य रूप से दरिया में अपनी राह ली।'

English Sahih:

He said, "Did you see when we retired to the rock? Indeed, I forgot [there] the fish. And none made me forget it except Satan – that I should mention it. And it took its course into the sea amazingly." ([18] Al-Kahf : 63)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

(यूशा ने) कहा क्या आप ने देखा भी कि जब हम लोग (दरिया के किनारे) उस पत्थर के पास ठहरे तो मै (उसी जगह) मछली छोड़ आया और मुझे आप से उसका ज़िक्र करना शैतान ने भुला दिया और मछली ने अजीब तरह से दरिया में अपनी राह ली