وَّمَآ اَظُنُّ السَّاعَةَ قَاۤىِٕمَةً وَّلَىِٕنْ رُّدِدْتُّ اِلٰى رَبِّيْ لَاَجِدَنَّ خَيْرًا مِّنْهَا مُنْقَلَبًا ( الكهف: ٣٦ )
And not
وَمَآ
और नहीं
I think
أَظُنُّ
मैं गुमान करता कि
the Hour
ٱلسَّاعَةَ
क़यामत
will occur
قَآئِمَةً
क़ायम होने वाली है
And if
وَلَئِن
और अलबत्ता अगर
I am brought back
رُّدِدتُّ
मैं लौटाया गया
to
إِلَىٰ
तरफ़ अपने रब के
my Lord
رَبِّى
तरफ़ अपने रब के
I will surely find
لَأَجِدَنَّ
अलबत्ता मैं ज़रूर पाऊँगा
better
خَيْرًا
बेहतर
than this
مِّنْهَا
उससे
(as) a return"
مُنقَلَبًا
लौटने की जगह/अंजाम
Wama athunnu alssa'ata qaimatan walain rudidtu ila rabbee laajidanna khayran minha munqalaban (al-Kahf 18:36)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
और मैं नहीं समझता कि वह (क़ियामत की) घड़ी कभी आएगी। और यदि मैं वास्तव में अपने रब के पास पलटा भी तो निश्चय ही पलटने की जगह इससे भी उत्तम पाऊँगा।'
English Sahih:
And I do not think the Hour will occur. And even if I should be brought back to my Lord, I will surely find better than this as a return." ([18] Al-Kahf : 36)