يَوْمَ يَدْعُوْكُمْ فَتَسْتَجِيْبُوْنَ بِحَمْدِهٖ وَتَظُنُّوْنَ اِنْ لَّبِثْتُمْ اِلَّا قَلِيْلًا ࣖ ( الإسراء: ٥٢ )
(On) the Day
يَوْمَ
जिस दिन
He will call you
يَدْعُوكُمْ
वो पुकारेगा तुम्हें
and you will respond
فَتَسْتَجِيبُونَ
पस तुम जवाब दोगे
with His Praise
بِحَمْدِهِۦ
साथ उसकी हम्द के
and you will think
وَتَظُنُّونَ
और तुम समझ जाओगे
not
إِن
कि नहीं
you had remained
لَّبِثْتُمْ
ठहरे तुम
except
إِلَّا
मगर
a little (while)
قَلِيلًا
बहुत थोड़ा
Yawma yad'ookum fatastajeeboona bihamdihi watathunnoona in labithtum illa qaleelan (al-ʾIsrāʾ 17:52)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
जिस दिन वह तुम्हें पुकारेगा, तो तुम उसकी प्रशंसा करते हुए उसकी आज्ञा को स्वीकार करोगे और समझोगे कि तुम बस थोड़ी ही देर ठहरे रहे हो
English Sahih:
On the Day He will call you and you will respond with praise of Him and think that you had not remained [in the world] except for a little." ([17] Al-Isra : 52)