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قُلْ لَّوْ كَانَ مَعَهٗ ٓ اٰلِهَةٌ كَمَا يَقُوْلُوْنَ اِذًا لَّابْتَغَوْا اِلٰى ذِى الْعَرْشِ سَبِيْلًا  ( الإسراء: ٤٢ )

Say
قُل
कह दीजिए
"If
لَّوْ
अगर
(there) were
كَانَ
होते
with Him
مَعَهُۥٓ
साथ उसके
gods
ءَالِهَةٌ
कुछ इलाह
as
كَمَا
जैसा कि
they say
يَقُولُونَ
वो कहते हैं
then
إِذًا
तब
surely they (would) have sought
لَّٱبْتَغَوْا۟
अलबत्ता वो तलाश करते
to
إِلَىٰ
तरफ़
(the) Owner
ذِى
अर्श वाले के
(of) the Throne
ٱلْعَرْشِ
अर्श वाले के
a way"
سَبِيلًا
कोई रास्ता

Qul law kana ma'ahu alihatun kama yaqooloona ithan laibtaghaw ila thee al'arshi sabeelan (al-ʾIsrāʾ 17:42)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

कह दो, 'यदि उसके साथ अन्य भी पूज्य-प्रभु होते, जैसा कि ये कहते हैं, तब तो वे सिंहासनवाले (के पद) तक पहुँचने का कोई मार्ग अवश्य तलाश करते'

English Sahih:

Say, [O Muhammad], "If there had been with Him [other] gods, as they say, then they [each] would have sought to the Owner of the Throne a way." ([17] Al-Isra : 42)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

(ऐ रसूल उनसे) तुम कह दो कि अगर ख़ुदा के साथ जैसा ये लोग कहते हैं और माबूद भी होते तो अब तक उन माबूदों ने अर्श तक (पहुँचाने की कोई न कोई राह निकाल ली होती