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اُنْظُرْ كَيْفَ فَضَّلْنَا بَعْضَهُمْ عَلٰى بَعْضٍۗ وَلَلْاٰخِرَةُ اَكْبَرُ دَرَجٰتٍ وَّاَكْبَرُ تَفْضِيْلًا  ( الإسراء: ٢١ )

See
ٱنظُرْ
देखो
how
كَيْفَ
किस तरह
We preferred
فَضَّلْنَا
फ़ज़ीलत दी हमने
some of them
بَعْضَهُمْ
उनके बाज़ को
over
عَلَىٰ
बाज़ पर
others
بَعْضٍۚ
बाज़ पर
And surely the Hereafter
وَلَلْءَاخِرَةُ
और यक़ीनन आख़िरत
(is) greater
أَكْبَرُ
ज़्यादा बड़ी है
(in) degrees
دَرَجَٰتٍ
दरजात में
and greater
وَأَكْبَرُ
और ज़्यादा बढ़ कर है
(in) excellence
تَفْضِيلًا
फ़जीलत में

Onthur kayfa faddalna ba'dahum 'ala ba'din walalakhiratu akbaru darajatin waakbaru tafdeelan (al-ʾIsrāʾ 17:21)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

देखो, कैसे हमने उनके कुछ लोगों को कुछ के मुक़ाबले में आगे रखा है! और आख़िरत दर्जों की दृष्टि से सबसे बढ़कर है और श्रेष्ठ़ता की दृष्टि से भी वह सबसे बढ़-चढ़कर है

English Sahih:

Look how We have favored [in provision] some of them over others. But the Hereafter is greater in degrees [of difference] and greater in distinction. ([17] Al-Isra : 21)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

(ऐ रसूल) ज़रा देखो तो कि हमने बाज़ लोगों को बाज़ पर कैसी फज़ीलत दी है और आख़िरत के दर्जे तो यक़ीनन (यहाँ से) कहीं बढ़के है और वहाँ की फज़ीलत भी तो कैसी बढ़ कर है