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مَنْ عَمِلَ صَالِحًا مِّنْ ذَكَرٍ اَوْ اُنْثٰى وَهُوَ مُؤْمِنٌ فَلَنُحْيِيَنَّهٗ حَيٰوةً طَيِّبَةًۚ وَلَنَجْزِيَنَّهُمْ اَجْرَهُمْ بِاَحْسَنِ مَا كَانُوْا يَعْمَلُوْنَ   ( النحل: ٩٧ )

Whoever
مَنْ
जिसने
does
عَمِلَ
अमल किया
righteous deeds
صَٰلِحًا
नेक
whether
مِّن
ख़्वाह कोई मर्द हो
male
ذَكَرٍ
ख़्वाह कोई मर्द हो
or
أَوْ
या
female
أُنثَىٰ
औरत
while he
وَهُوَ
जबकि वो
(is) a believer
مُؤْمِنٌ
मोमिन हो
then surely We will give him life
فَلَنُحْيِيَنَّهُۥ
पस अलबत्ता हम ज़रूर ज़िन्दगी देंगे उसे
a life
حَيَوٰةً
ज़िन्दगी
good
طَيِّبَةًۖ
पाकीज़ा
and We will pay them
وَلَنَجْزِيَنَّهُمْ
और अलबत्ता हम ज़रूर बदले में देंगे उन्हें
their reward
أَجْرَهُم
अज्र उनका
to (the) best
بِأَحْسَنِ
बेहतरीन
of what
مَا
उसका जो
they used (to)
كَانُوا۟
थे वो
do
يَعْمَلُونَ
वो अमल करते

Man 'amila salihan min thakarin aw ontha wahuwa muminun falanuhyiyannahu hayatan tayyibatan walanajziyannahum ajrahum biahsani ma kanoo ya'maloona (an-Naḥl 16:97)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

जिस किसी ने भी अच्छा कर्म किया, पुरुष हो या स्त्री, शर्त यह है कि वह ईमान पर हो, तो हम उसे अवश्य पवित्र जीवन-यापन कराएँगे। ऐसे लोग जो अच्छा कर्म करते रहे उसके बदले में हम उन्हें अवश्य उनका प्रतिदान प्रदान करेंगे

English Sahih:

Whoever does righteousness, whether male or female, while he is a believer – We will surely cause him to live a good life, and We will surely give them their reward [in the Hereafter] according to the best of what they used to do. ([16] An-Nahl : 97)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

मर्द हो या औरत जो शख़्श नेक काम करेगा और वह ईमानदार भी हो तो हम उसे (दुनिया में भी) पाक व पाकीज़ा जिन्दगी बसर कराएँगें और (आख़िरत में भी) जो कुछ वह करते थे उसका अच्छे से अच्छा अज्र व सवाब अता फरमाएँगें