وَاِذَا رَاَ الَّذِيْنَ اَشْرَكُوْا شُرَكَاۤءَهُمْ قَالُوْا رَبَّنَا هٰٓؤُلَاۤءِ شُرَكَاۤؤُنَا الَّذِيْنَ كُنَّا نَدْعُوْا مِنْ دُوْنِكَۚ فَاَلْقَوْا اِلَيْهِمُ الْقَوْلَ اِنَّكُمْ لَكٰذِبُوْنَۚ ( النحل: ٨٦ )
Waitha raa allatheena ashrakoo shurakaahum qaloo rabbana haolai shurakaona allatheena kunna nad'oo min doonika faalqaw ilayhimu alqawla innakum lakathiboona (an-Naḥl 16:86)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
और जब वे लोग जिन्होंने शिर्क किया अपने ठहराए हुए साझीदारों को देखेंगे तो कहेंगे, 'हमारे रब! यही हमारे वे साझीदार है जिन्हें हम तुझसे हटकर पुकारते थे।' इसपर वे उनकी ओर बात फेंक मारेंगे कि 'तुम बिलकुल झूठे हो।'
English Sahih:
And when those who associated others with Allah see their "partners," they will say, "Our Lord, these are our partners [to You] whom we used to invoke [in worship] besides You." But they will throw at them the statement, "Indeed, you are liars." ([16] An-Nahl : 86)
1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi
और जिन लोगों ने दुनिया में ख़ुदा का शरीक (दूसरे को) ठहराया था जब अपने (उन) शरीकों को (क़यामत में) देखेंगे तो बोल उठेगें कि ऐ हमारे परवरदिगार यही तो हमारे शरीक हैं जिन्हें हम (मुसीबत) के वक्त तुझे छोड़ कर पुकारा करते थे तो वह शरीक उन्हीं की तरफ बात को फेंक मारेगें कि तुम निरे झूठे हो