Skip to main content

وَاِذَا رَاَ الَّذِيْنَ ظَلَمُوا الْعَذَابَ فَلَا يُخَفَّفُ عَنْهُمْ وَلَا هُمْ يُنْظَرُوْنَ  ( النحل: ٨٥ )

And when
وَإِذَا
और जब
(will) see
رَءَا
देखेंगे
those who
ٱلَّذِينَ
वो लोग जिन्होंने
wronged
ظَلَمُوا۟
ज़ुल्म किया
the punishment
ٱلْعَذَابَ
अज़ाब को
then not
فَلَا
तो ना
it will be lightened
يُخَفَّفُ
तख़्फ़ीफ की जाएगी
for them
عَنْهُمْ
उनसे
and not
وَلَا
और ना
they
هُمْ
वो
will be given respite
يُنظَرُونَ
वो मोहलत दिए जाऐंगे

Waitha raa allatheena thalamoo al'athaba fala yukhaffafu 'anhum wala hum yuntharoona (an-Naḥl 16:85)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

और जब वे लोग जिन्होंने अत्याचार किया, यातना देख लेंगे तो न वह उनके लिए हलकी की जाएगी और न उन्हें मुहलत ही मिलेगी

English Sahih:

And when those who wronged see the punishment, it will not be lightened for them, nor will they be reprieved. ([16] An-Nahl : 85)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और जिन लोगों ने (दुनिया में) शरारतें की थी जब वह अज़ाब को देख लेगें तो उनके अज़ाब ही में तख़फ़ीफ़ की जाएगी और न उनको मोहलत ही दी जाएगी