يُنَزِّلُ الْمَلٰۤىِٕكَةَ بِالرُّوْحِ مِنْ اَمْرِهٖ عَلٰى مَنْ يَّشَاۤءُ مِنْ عِبَادِهٖٓ اَنْ اَنْذِرُوْٓا اَنَّهٗ لَآ اِلٰهَ اِلَّآ اَنَا۠ فَاتَّقُوْنِ ( النحل: ٢ )
He sends down
يُنَزِّلُ
वो उतारता है
the Angels
ٱلْمَلَٰٓئِكَةَ
फ़रिश्तों को
with the inspiration
بِٱلرُّوحِ
साथ वही के
of
مِنْ
अपने हुक्म से
His Command
أَمْرِهِۦ
अपने हुक्म से
upon
عَلَىٰ
जिस पर
whom
مَن
जिस पर
He wills
يَشَآءُ
वो चाहता है
of
مِنْ
अपने बन्दों में से
His slaves
عِبَادِهِۦٓ
अपने बन्दों में से
that
أَنْ
कि
"Warn
أَنذِرُوٓا۟
तुम डराओ (लोगों को)
that [He]
أَنَّهُۥ
कि बेशक वो
(there is) no
لَآ
नहीं
god
إِلَٰهَ
कोई इलाह (बरहक़)
except
إِلَّآ
मगर
Me
أَنَا۠
मैं ही
so fear Me"
فَٱتَّقُونِ
पस डरो मुझसे
Yunazzilu almalaikata bialrroohi min amrihi 'ala man yashao min 'ibadihi an anthiroo annahu la ilaha illa ana faittaqooni (an-Naḥl 16:2)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
वह फ़रिश्तों को अपने हुक्म की रूह (वह्यल) के साथ अपने जिस बन्दे पर चाहता है उतारता है कि 'सचेत कर दो, मेरे सिवा कोई पूज्य-प्रभु नहीं। अतः तुम मेरा ही डर रखो।'
English Sahih:
He sends down the angels, with the inspiration [i.e., revelation] of His command, upon whom He wills of His servants, [telling them], "Warn that there is no deity except Me; so fear Me." ([16] An-Nahl : 2)