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وَاِنْ تَعُدُّوْا نِعْمَةَ اللّٰهِ لَا تُحْصُوْهَا ۗاِنَّ اللّٰهَ لَغَفُوْرٌ رَّحِيْمٌ   ( النحل: ١٨ )

And if
وَإِن
और अगर
you should count
تَعُدُّوا۟
तुम गिनना चाहो
the Favors of Allah
نِعْمَةَ
नेअमतों को
the Favors of Allah
ٱللَّهِ
अल्लाह की
not
لَا
नहीं तुम शुमार कर सकते उन्हें
you could enumerate them
تُحْصُوهَآۗ
नहीं तुम शुमार कर सकते उन्हें
Indeed
إِنَّ
बेशक
Allah
ٱللَّهَ
अल्लाह
(is) Oft-Forgiving
لَغَفُورٌ
अलबत्ता बहुत बख़्ने वाला है
Most Merciful
رَّحِيمٌ
निहायत रहम करने वाला है

Wain ta'uddoo ni'mata Allahi la tuhsooha inna Allaha laghafoorun raheemun (an-Naḥl 16:18)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

और यदि तुम अल्लाह की नेमतों (कृपादानों) को गिनना चाहो तो उन्हें पूर्ण-रूप से गिन नहीं सकते। निस्संदेह अल्लाह बड़ा क्षमाशील, अत्यन्त दयावान है

English Sahih:

And if you should count the favors of Allah, you could not enumerate them. Indeed, Allah is Forgiving and Merciful. ([16] An-Nahl : 18)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

तो क्या जो (ख़ुदा इतने मख़लूकात को) पैदा करता है वह उन (बुतों के बराबर हो सकता है जो कुछ भी पैदा नहीं कर सकते तो क्या तुम (इतनी बात भी) नहीं समझते और अगर तुम ख़ुदा की नेअमतों को गिनना चाहो तो (इस कसरत से हैं कि) तुम नहीं गिन सकते हो