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وَاَلْقٰى فِى الْاَرْضِ رَوَاسِيَ اَنْ تَمِيْدَ بِكُمْ وَاَنْهٰرًا وَّسُبُلًا لَّعَلَّكُمْ تَهْتَدُوْنَۙ  ( النحل: ١٥ )

And He has cast
وَأَلْقَىٰ
और उसने डाल दिए
in
فِى
ज़मीन में
the earth
ٱلْأَرْضِ
ज़मीन में
firm mountains
رَوَٰسِىَ
पहाड़
lest
أَن
कि
it should shake
تَمِيدَ
वो ढुलक जाए (ना)
with you
بِكُمْ
तुम्हें लेकर
and rivers
وَأَنْهَٰرًا
और नहरें
and roads
وَسُبُلًا
और रास्ते
so that you may
لَّعَلَّكُمْ
ताकि तुम
be guided
تَهْتَدُونَ
तुम हिदायत पा जाओ

Waalqa fee alardi rawasiya an tameeda bikum waanharan wasubulan la'allakum tahtadoona (an-Naḥl 16:15)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

और उसने धरती में अटल पहाड़ डाल दिए, कि वह तुम्हें लेकर झुक न पड़े। और नदियाँ बनाई और प्राकृतिक मार्ग बनाए, ताकि तुम मार्ग पा सको

English Sahih:

And He has cast into the earth firmly set mountains, lest it shift with you, and [made] rivers and roads, that you may be guided, ([16] An-Nahl : 15)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और (दरिया को तुम्हारे ताबेए) इसलिए (कर दिया) कि तुम लोग उसके फज़ल (नफा तिजारत) की तलाश करो और ताकि तुम शुक्र करो और उसी ने ज़मीन पर (भारी भारी) पहाड़ों को गाड़ दिया