وَلَقَدْ نَعْلَمُ اَنَّكَ يَضِيْقُ صَدْرُكَ بِمَا يَقُوْلُوْنَۙ ( الحجر: ٩٧ )
And verily
وَلَقَدْ
और अलबत्ता तहक़ीक़
We know
نَعْلَمُ
हम जानते हैं
that [you]
أَنَّكَ
कि बेशक आप
(is) straitened
يَضِيقُ
तंग होता है
your breast
صَدْرُكَ
सीना आपका
by what
بِمَا
बवजह उसके जो
they say
يَقُولُونَ
वो कहते हैं
Walaqad na'lamu annaka yadeequ sadruka bima yaqooloona (al-Ḥijr 15:97)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
हम जानते है कि वे जो कुछ कहते है, उससे तुम्हारा दिल तंग होता है
English Sahih:
And We already know that your breast is constrained by what they say. ([15] Al-Hijr : 97)