فَاَخَذَتْهُمُ الصَّيْحَةُ مُصْبِحِيْنَۙ ( الحجر: ٨٣ )
But seized them
فَأَخَذَتْهُمُ
तो पकड़ लिया उन्हें
the awful cry
ٱلصَّيْحَةُ
चिंघाड़ ने
(at) early morning
مُصْبِحِينَ
जबकि वो सुबह करने वाले थे
Faakhathathumu alssayhatu musbiheena (al-Ḥijr 15:83)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
अन्ततः एक भयानक आवाज़ ने प्रातः होते- होते उन्हें आ लिया
English Sahih:
But the shriek seized them at early morning, ([15] Al-Hijr : 83)