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فَجَعَلْنَا عَالِيَهَا سَافِلَهَا وَاَمْطَرْنَا عَلَيْهِمْ حِجَارَةً مِّنْ سِجِّيْلٍ   ( الحجر: ٧٤ )

And We made
فَجَعَلْنَا
तो करदिया हमने
its highest (part)
عَٰلِيَهَا
ऊपर वाला उसका
its lowest
سَافِلَهَا
निचला उसका
and We rained
وَأَمْطَرْنَا
और बरसाए हमने
upon them
عَلَيْهِمْ
उन पर
stones
حِجَارَةً
पत्थर
of
مِّن
पकी हुई मिट्टी के
baked clay
سِجِّيلٍ
पकी हुई मिट्टी के

Faja'alna 'aliyaha safilaha waamtarna 'alayhim hijaratan min sijjeelin (al-Ḥijr 15:74)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

और हमने उस बस्ती को तलपट कर दिया, और उनपर कंकरीले पत्थर बरसाए

English Sahih:

And We made the highest part [of the city] its lowest and rained upon them stones of hard clay. ([15] Al-Hijr : 74)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

फिर हमने उसी बस्ती को उलट कर उसके ऊपर के तबके क़ो नीचे का तबक़ा बना दिया और उसके ऊपर उन पर खरन्जे के पत्थर बरसा दिए इसमें शक़ नहीं कि इसमें (असली बात के) ताड़ जाने वालों के लिए (कुदरते ख़ुदा की) बहुत सी निशानियाँ हैं