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اِذْ دَخَلُوْا عَلَيْهِ فَقَالُوْا سَلٰمًاۗ قَالَ اِنَّا مِنْكُمْ وَجِلُوْنَ   ( الحجر: ٥٢ )

When
إِذْ
जब
they entered
دَخَلُوا۟
वो दाख़िल हुए
upon him
عَلَيْهِ
उस पर
and said
فَقَالُوا۟
तो उन्होंने कहा
"Peace"
سَلَٰمًا
सलाम (हो तुम पर)
He said
قَالَ
उसने कहा
"Indeed we
إِنَّا
बेशक हम
(are) of you
مِنكُمْ
तुमसे
afraid"
وَجِلُونَ
ख़ौफ़ज़दा हैं

Ith dakhaloo 'alayhi faqaloo salaman qala inna minkum wajiloona (al-Ḥijr 15:52)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

जब वे उसके यहाँ आए और उन्होंने सलाम किया तो उसने कहा, 'हमें तो तुमसे डर लग रहा है।'

English Sahih:

When they entered upon him and said, "Peace." [Abraham] said, "Indeed, we are fearful [i.e., apprehensive] of you." ([15] Al-Hijr : 52)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

कि जब ये इबराहीम के पास आए तो (पहले) उन्होंने सलाम किया इबराहीम ने (जवाब सलाम के बाद) कहा हमको तो तुम से डर मालूम होता है